अजमेर। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने अजमेर के पुष्कर में मतदाताओं को जागरूक करने के लिये आयोजित स्वीप कार्यक्रम में निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचारसंहिता का खुला उल्लंघन का आरोप लगाते हुए दोषियों को निलंबित करने की मांग की है।
कांग्रेस पार्टी के विधि विभाग के प्रदेश महासचिव एडवोकेट विवेक पाराशर ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र एवं वीडियो भेजकर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम एवं भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज कराने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि सोमवार को पुष्कर में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के क्रम में कस्बे की सरकारी स्कूलों से जुड़ी करीब ढाई सौ छात्र छात्राओं ने जनजागरण करते हुए नारे लगाए जिसमें अजमेर जिले के शुभंकर खरमोर वोट मांगे मोर, चुनाव आयोग का कहना है वोट सभी को देना है के बीच अचानक चुनाव आयोग का कहना है वोट मोदी को देना है तथा वोट कमल को देना है जैसे नारे भी लगा दिए गए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस मामले में पुष्कर सहायक निर्वाचन अधिकारी देविका तौमर को भी पुष्कर ब्लॉक कांग्रेस की अध्यक्ष मंजू कुडिया ने प्रभातफेरी में आचारसंहिता के खुले उल्लंघन का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद तहसीलदार पंकज बड़गुर्जर को जांच के आदेश दिए। जिसमें तहसीलदार ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधान सहित पांच शिक्षिकाओं को नोटिस जारी किया।
जिला निर्वाचन विभाग की इस गैर जिम्मेदाराना तरीके को केंद्र एवं राज्य निर्वाचन आयोग किस तरह लेता है यह जांच का विषय है लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी होने के नाते कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा पर संकट के बादल मंडराने की चर्चा पूरे शहर में फैली है।