अजमेर। नगर निगम की ओर से हर वार्ड में खाली व सरकारी भूमि की जानकारी संकलित कर लैंड बैंक बनाने की कवायद की जा रही है। इसी क्रम में जब वार्ड 45 की पार्षद बीना टांक ने क्षेत्र में खाली पडी सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मुहीम छेडी तो उन पर आरोपों का सिलसिला शुरू हो गया।
अतिक्रमी कैलाश प्रजापति और दिनेश प्रजापति ने तो अतिक्रमण हटाने की बजाय बीते शनिवार को कलेक्टर और एसी को बाकायदा ज्ञापन सौंपकर पार्षद टांक और उनके पति बालमुकंद टांक के खिलाफ परेशान करने तथा उगाही वसूलने तक के आरोप लगा दिए। पीडित ने ज्ञापन में कहा था कि पार्षद तथा उनके पति धमकी देते हैं। मटकी बेच कर गुजर बसर करने का दावा करने वाले इस परिवार ने उचित कार्रवाई की मांग की थी। चाणक्य चौक में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर उसे खुर्द बुर्द करने का यह मामला मीडिया के जरिए सुर्खियों में आ गया।
क्षेत्रवासियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची पार्षद बीना टांक ने भी इस मामले में अतिक्रमियों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों की बानगी का सच सामने लाते हुए सोमवार को पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर को ज्ञापन के साथ सरकारी दस्तावेज सौंपकर अतिक्रमण के हालात बयां किए हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ दबाव बनाने के लिए अनर्गल आरोप उन पर लगाए जा रहे हैं। पार्षद का कहना है कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ शिकायत निगम में पहले से ही दर्ज है। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध जांच कराकर उचित कार्रवाई करने की मांग की।
इस मौके पर निर्दलीय पार्षद ईश्वर राजोरिया, रंजीत नरुका, शहजाद बानो, विनोद तंवर, शाकिर शाह, कुंदन वैष्णव, नरेश सारवान के अलावा पदमा सेन, प्रदीप कछावा, मनीषा, भगवती प्रसाद, सूरज बैरवा समेत बडी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।