रामनाथी (गोवा)। अयोध्या नगरी का निर्माण देवताओं ने किया है। इस भूमि का विस्तार 84 कोस में है। इस परिसर में सीताकुंड, सप्तसागर सरोवर सहित अनेक कुंड और सरोवर हैं परंतु प्रत्यक्ष में अयोध्यानगरी 5 किलोमीटर ही बची है। शेष भाग में अनेक स्थानों पर मस्जिद और मजार बने हैं। यहां भू-माफियाओं ने अनेक कुंडों को अपने नियंत्रण में लेकर उन्हें सपाट कर दिया है। वर्तमान अयोध्या में 34 मस्जिदें हैं।
अयोध्या में शीघ्रता से होने वाले इस इस्लामीकरण के विरुद्ध हिन्दुओं का जागृत होना आवश्यक है, ये विचार अयोध्या के ‘सद्गुरु सेवा प्रतिष्ठान’ के प्रबंधक आचार्य वैद्य रामप्रकाश पांडे ने व्यक्त किए। वे 1 जून को श्रीरामनाथ देवस्थान के विद्याधिराज सभागार में अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के चौथे दिन के सत्र को संबोधित कर रहे थे।
तेलंगाना के ‘ऋषि जीवन समाज’ के संस्थापक पी. मदन गुप्ता ने कहा कि सनातन धर्म में मंदिर, जनपद, राज्य और राष्ट्र की सीमा को जोडने का कार्य करते हैं। मंदिर- न्याय, संस्कृति एवं अर्थ के केंद्र है। केरल में ‘हिन्दू एकता वेदी’ के जिला उपाध्यक्ष पू. त्रिदंडी स्वामी चैतन्य दास भारती ने कहा कि केरल राज्य में 44 हेक्टर भूमि अवैध रीति से अनेक लोगों ने हडप ली है। उसे प्राप्त करने के लिए हमने उच्च न्यायालय में याचिका दर्ज की है। हमारा यह संघर्ष अभी भी चल रहा है। तमिलनाडु स्थित ‘टेंपल वर्शिपर्स सोसाइटी’ के टीआर रमेश ने कहा कि मराठों के पराक्रम के कारण आज तमिलनाडु और ओडिशा राज्यों में हिन्दू बचे हैं। दुर्भाग्य से यह बात कभी हमें इतिहास में नहीं पढाई गई। दक्षिण भारत में अब तक देवस्थानों की लाखों एकड भूमि सरकार ने अपने नियंत्रण में ले ली है। इसी प्रकार केरल में 4 लाख एकड भूमि राज्य सरकार के नियंत्रण में है।
आने वाले समय में सनातन की निर्दोषता सिद्ध होगी : रमेश शिंदे
हिन्दू जनजागृति समिति सनातन संस्था ने डॉ. नरेंद्र दाभोलकर के ट्रस्ट के घोटाले उजागर किए तथा गोविंद पानसरे के नेतृत्व वाले सहकारी बैंक में माकपा की अवैध रूप से रखी पूंजी के विषय में जानकारी उजागर की। इसीलिए अन्वेषण तंत्र और आधुनिकतावादी लोग मिलकर सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति को ‘सॉफ्ट टार्गेट’ बना रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि गोबेल्स नीति का प्रयोग कर सनातन को आतंकवादी सिद्ध करने का लगातार प्रयत्न भी कर रहे हैं।
वामपंथियों ने केरल और कर्नाटक राज्यों में अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या की। उनकी चर्चा नहीं होती परंतु देश में केवल दाभोलकर, पानसरे, गौरी लंकेश, कलबुर्गी की ही हत्या हुई है और हिन्दुुत्वनिष्ठ संगठन आतंकवादी हैं, यह जताने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। न्यायालयों में दाखिल अभियोग प्रमाण के अभाव में चलाए नहीं जा रहे हैं परंतु आगामी काल में सनातन की निर्दोषता अवश्य सिद्ध होगी, ये विचार हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने व्यक्त किए।
संजीव पुनाळेकरजी को तत्काल मुक्त करने की मांग
केंद्रीय अन्वेषण विभागद्वारा अन्यायपूर्वक बंदी बनाए गए हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय सचिव अधिवक्ता संजीव पुनाळेकरजी को तत्काल मुक्त करे, यह जोरदार मांग भारत के अनेक राज्यों तथा बांग्लादेश से आए 30 से अधिक अधिवक्ताओं ने अधिवेशन स्थल पर की।