नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाल ही में संपन्न हुए विधान सभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने गए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अखिलेश ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
अखिलेश यादव 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। उनके अलावा रामपुर लोकसभा सीट से पार्टी के सांसद आजम खान ने भी बिरला को अपना इस्तीफा भेज दिया है। सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने अखिलेश और आजम के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी नेतृत्व के सुझाव पर दोनों नेताओं ने विधानसभा की सदस्यता को बरकरार रखने का फैसला किया है।
अखिलेश और आजम ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर स्पष्ट संकेत दिया है कि वे अब उत्तर प्रदेश के मुद्दों को राज्य विधानसभा से उठाकर सूबे की सियासत पर ही फोकस करेंगे। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने जेल से ही विधानसभा चुनाव लड़कर रामपुर सदर सीट से जीत दर्ज की है। विभिन्न आपराधिक मामलों में आरोपी बनाए गए आजम, न्यायिक जांच का सामना करते हुए इन दिनों जेल में बंद हैं।
अखिलेश ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़कर करहल सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वी के रूप में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को हराया। अखिलेश, इससे पहले 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए विधान मंडल के उच्च सदन विधान परिषद के सदस्य थे।
विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सियासी गलियारों में पुरजोर चर्चा थी कि अखिलेश विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर लोकसभा से ही उत्तर प्रदेश के मुद्दों को उठायेंगे। बीते दिनों होली पर करहल में आयोजित सपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में भी अखिलेश से उनके समर्थकों ने विधानसभा की सदस्यता को बरकरार रखने की मांग की थी।