गाजीपुर। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती के उपचुनाव में अकेले चुनाव लड़ने के एलान के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी राहें अलग करने के संकेत दे दिए है।
यादव ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा कि उपचुनाव के लिए कोई गठबंधन धर्म नहीं है। प्रदेश के 11 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में सपा भी अकेले चुनाव मैदान में उतारने पर विचार करेगी। सपा अध्यक्ष गाजीपुर के गोसन्देपुर में पिछले दिनों मारे गए पार्टी कार्यकर्ता जिला पंचायत सदस्य विजय यादव के घर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उपचुनाव में सपा भी अकेले चुनाव मैदान में उतारने पर विचार करेगी। शीघ्र ही पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर निर्णय लेंगे और अपनी चुनावी तैयारी को दुरुस्त करेंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा यादव वोट गठबंधन के पक्ष में नहीं पड़ने के बयान के बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस विषय में पत्रकार स्वयं समीक्षा करें। वह क्या बोलती हैं, मैं क्या बोलता हूं यह महत्वपूर्ण नहीं है। आप अपने आसपास के बूथों को देख ले, जातिगत आंकड़ा निकाल कर समीक्षा करें कौन किसको वोट दिया कौन किसको नहीं दिया इसके लिए मैं फिलहाल कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हूं।
उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन टूटा है और जो बातें कही गई हैं …मैं उन पर बहुत सोच समझकर विचार करूंगा। जब उपचुनाव में गठबंधन है ही नहीं, तो सपा भी 11 सीटों पर राय मशविरा करके अकेले चुनाव लड़ेगी। अगर रास्ते अलग-अलग हैं तो उसका भी स्वागत है। यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, हत्या अपहरण बलात्कार की घटनाएं आम हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी सरकार का दावा फेल हो चुका है।
गाजीपुर और जौनपुर में जिला पंचायत सदस्यों की हत्या कर दी गई जो समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता थे। इसके साथ ही तमाम राजनीतिक हत्याओं का सिलसिला शुरू हो गया है। यदि प्रदेश सरकार शीघ्र ही कानून-व्यवस्था दुरुस्त नहीं करती है उनकी पार्टी लोगों को न्याय दिलाने का काम नहीं करेगी। सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। सपा मुखिया और आजमगढ़ से सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।