लखनऊ। सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बंगला खाली करने के लिए जहां और अधिक समय मांगा है वही पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने यू टर्न लेते हुए अपने आवास को कांशीराम विश्रालय स्थल घोषित कर दिया है।
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह ने जहां अपने सरकारी आवास खाली का मन बना लिया है वही अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति विभाग से अपने आवास चार विक्रमादित्य मार्ग को खाली करने के लिए और अधिक समय की मांग की है।
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने आज 13 ए माल एवेन्यू को कांशी विश्रामालय स्थल घोषित किया है। सुप्रीमकोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्रियों से 15 दिनों में सरकारी आवासों को खाली करने के आदेश दिए है। इस मामले में राज्य संपत्ति विभाग ने एक नोटिस जारी किया है जिसमें उच्चतम न्यायालय के आदेेश का हवाला दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निजी सचिव ने आज राज्य समंपत्ति विभाग को एक पत्र सौपा। पत्र में यादव नेे आवास खाली करने के लिए और अधिक समय मांगा है।
मायावती ने आज एक राजनीतिक कदम उठाया है। उन्होंने घोषणा की है कि उनका बंगला, 13-ए, मॉल एवेन्यू एक काशीराम विश्रामालय स्थल है। सुबह मायावती के सरकारी बंगले के द्वार पर एक बोर्ड लगाया गया था जिसमें कहा गया था कि यह एक कांशीराम विश्रामालय स्थल है। हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार मायावती अपने निजी बंगले नौ, मॉल एवेन्यू में जल्द ही शिफ्ट होने की तैयारियां कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि मायावती के नौ माल एवेन्यू पर रंगरोगन तथा मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है और वह इस बंगले में शीघ्र ही शिफ्ट होने वाली है। इस बंगले को उन्होंने 2010 में 15 करोड़ रूपए की लागत से खरीदा था।
वही दूसरी ओर संपत्ति विभाग द्वारा जारी नोटिस मिलने के बाद समाजवादी पार्टी संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के अपने पांच विक्रमादित्य मार्ग आवास को शिफ्ट करने के लिए तलाश शुरू कर दी है।
सपा के पूर्व सांसद ने बताया कि गोमती नगर इलाके के श्रीजन विहार कालोनी में यादव के लिए एक बंगला खरीदने की बातचीत चल रही है। इस बंगले की लागत 15 करोड़ तक की है। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सरकारी आवास को खाली करने की तैयारी शुरू कर दी है। सिंह गोमती नगर इलाके में अपने निजी आवास में शिफ्ट हो रहे है।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने घोषणा की है कि वह अपने सरकारी आवास को शीघ्र खाली कर देंगे जबकि पूर्व मुख्यमंत्री नारायण तिवारी के आवास के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। उनके दिल्ली आवास पर राज्य संपत्ति विभाग ने एक नोटिस भेज दिया है।