लखनऊ । समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। मोदी ने शनिवार को डॉ. राममनोहर लोहिया की जयंती पर कहा था कि विपक्ष ने समाजवादी नेता की विचारधारा को त्याग दिया है।
मोदी के इस बयान पर सपा के अध्यक्ष ने यहां पार्टी कार्यालय में डॉ. लोहिया को श्रद्धांजलि देते हुये कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह न बताये कि कौन राष्ट्रवादी है और कौन नहीं है।” यादव ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद के पीछे छिपने की कोशिश कर रही है ताकि लोग उससे सवाल न पूछें। उन्होंने कहा, “कई लोग डॉ. लोहिया की विचारधारा से अलग हटे। हमें भाजपा से इस बारे में नसीहत नहीं लेनी है और डॉ. लोहिया की विचारधारा को मानने वाले हम शायद अकेले राजनीतिक दल हैं।”
सपा अध्यक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और कहा कि इस बारे में सवाल पूछते ही भाजपा राष्ट्रवाद के पीछे छिपने लगती है। उन्होंने कहा कि बाराबंकी में होलिका दहन के दौरान मेरे और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के पोस्टर जलाने से साफ होता है कि दलितों के प्रति उनकी भावना किस तरह की है।
गौरतलब है कि मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुये कहा था, “डॉ. लोहिया को मानने का दावा करने वाली पार्टियों ने उनकी विचारधारा को त्याग दिया है। वे सत्ता, स्वार्थ और शोषण में विश्वास करते हैं। ये राजनीतिक दल सत्ता को हासिल करने, ज्यादा से ज्यादा लूट करने और फायदा उठाने में तेज हैं। गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़े और महिलायें इन दलों की सरकार के दौरान सुरक्षित नहीं रहते क्योंकि वे अपराधियों और समाजविरोधी तत्वों को अपराध करने की खुली छूट देते हैं।”
प्रधानमंत्री ने सभी भारतीयों से यह भी सवाल किया था कि जिन लोगों ने डॉ. लोहिया को भुला दिया उनसे देश की सेवा की अपेक्षा कैसे की जा सकती है। मोदी ने कहा था कि अभी ये राजनीतिक दल डॉ. लोहिया की विचारधारा को दगा दे रहे हैं और कल वे देश के नागरिकों को धोखा देंगे।