लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मैनपुरी जिले की करहल सीट से किस्मत आजमाएंगे। वहीं सपा ने गोरखपुर शहर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है।
सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को अखिलेश और शुभावती शुक्ला को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी अध्यक्ष को मैनपुरी की करहल सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सपा में शामिल हुई शुभावती शुक्ला को गोरखपुर सदर सीट से चुनाव मैदान में उतारा जायेगा।
गौरतलब है कि बुधवार को अखिलेश ने कहा था कि अगर वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो आजमगढ़ की जनता से पूछ कर ही चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश, आजमगढ़ से इस समय सांसद हैं। वह पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
इससे पहले 2012 से 2017 के दौरान बतौर मुख्यमंत्री, वह विधान परिषद के सदस्य थे। सपा का गढ़ मानी जाने वाली करहल सीट को अखिलेश के लिए बेहद सुरक्षित सीट के तौर पर देखा जा रहा है।
इस सीट पर 1993 से अब तक हुए पिछले छह चुनाव में पांच बार सपा और एक बार भाजपा उम्मीदवार को जीत मिली है। करहल से मौजूदा विधायक सोबरन सिंह यादव ने सपा उम्मीदवार के रूप में 2007 से जीत की हैट्रिक लगाई है। जबकि 2002 के चुनाव में सोबरन सिंह भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीते थे। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव करहल में ही शिक्षक थे और यहींं से वह राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हुए थे।
गोरखपुर सदर विधानसभा सीट पर सपा ने भाजपा के ही पूर्व उपाध्यक्ष उपेन्द्र शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी द्वारा 2017 में गोरखपुर से सांसद के पद से इस्तीफा देने के कारण 2018 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने उपेन्द्र शुक्ला को ही उम्मीदवार बनाया था। हालांकि वह उपचुनाव में हार गए थे। शुक्ला का 2020 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।