अजमेर। अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में मोहर्रम के चलते रविवार को अलम का जुलूस निकाला गया।
अस्र की नमाज के बाद हुसैनी रंग में रंगे खादिमों ने छतरी गेट स्थित इमाम बारगाह से अलम का जुलूस निकाला। बड़ी संख्या में खादिम समुदाय हरे लिबास में ढोल ताशे के साथ झंडे लिए चल रहे थे। खादिम समुदाय दरगाह के छतरी गेट से इमामबाड़ा पहुंचे और वहां अलम पेश करने के बाद मरसिया पढ़ा गया एवं सलाम पेश किया गया।
मोहर्रम के चलते चांद से मोहर्रम की दस तारीख को दोपहर ढोले की सवारी निकाली जाएगी एवं सौ नंगी तलवारों से हाईदौस खेला जाएगा। यह आयोजन दी पंचायत सोसायटी अंदरकोटियान की ओर से होगा जिसमें सिटी मजिस्ट्रेट की इजाजत से दरगाह थाना पुलिस सौ तलवारें मालखाने से जारी करेगी।
नए मुस्लिम संवत 1440 के तहत चल रहे मोहर्रम के दौरान ख्वाजा साहब की पहली महाना छठी सोमवार को मनाई जाएगी। खादिमों की संस्था अंजुमन की ओर से छठी के मौके पर फातहा का विशेष कार्यक्रम दरगाह स्थित आहता-ए-नूर में होगा।
मोहर्रम और महाना छठी के मद्देनजर दरगाह क्षेत्र में जायरीनों का आना तेज हो गया है। इनमें करीब पचास फीसदी लोग छठी करके दोपहर बाद से लौटना शुरू हो जाएंगे।