मुंबई । बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट का कहना है कि प्यार कभी प्लान करके नहीं किया जाता है और इसमें धर्म का बंधन नही होना चाहिए।
आलिया ने कहा कि जब भी कोई दो लोग प्यार में हों तो उनके बीच में जाति और धर्म जैसी बातों को बीच में नहीं आना चाहिए। आलिया की फिल्म ‘कलंक’ में एक मुसलमान लड़के जफर (वरुण धवन) को हिंदू लड़की रूप ( आलिया) से प्यार हो जाता है, फिल्म की इस कहानी को लव-जिहाद से भी जोड़ा जा रहा है। आलिया ने साफ कहा कि हमारी फिल्म में लव-जिहाद जैसी कोई बात नहीं है।
आलिया ने कहा, ‘देखिए… प्यार, प्यार होता है, प्यार में कभी भी धर्म का बंधन नहीं होना चाहिए, हमने अपनी फिल्म कलंक में भी यही दिखाया है। प्यार के मामले में धर्म को नहीं आना चाहिए, जब दो लोगों को शादी करनी है, साथ रहना हो या फिर प्यार करना हो… तो धर्म के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
शायद इस मामले में कुछ लोग मुझसे, मेरे विचारों से सहमत न भी हों, लेकिन मेरा मानना यह है कि दो लोगों को, जो एक-दूसरे से मोहब्बत करते हैं, उन्हें अलग करने के लिए धर्म को बीच में नहीं लाना चाहिए। यदि वह साथी ठीक नहीं है तो भले आप उससे अलग रहें। क्योंकि वह एक हिंदू है या फिर मुसलमान है, सिर्फ इस बात पर दो लोगों को दूर करना बिल्कुल गलत है, मुझे यह बात समझ में नहीं आती है।’
आलिया ने कहा, “मोहब्बत कभी भी प्लान करके नहीं की जाती है। मुझे ऐसा लगता है कि मैं नई हूं, जो प्यार के मामले में ऐसी सोच रखती हूं, अगर ऐसा है भी तो मैं अपनी इस तरह की सोच से खुश हूं। हमारी फिल्म में भी लव-जिहाद जैसी किसी तरह की कोई बात नहीं है।”