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अलीगढ़ में 10 हजार के लिए ढाई साल की बच्ची से क्रूरता - Sabguru News
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अलीगढ़ में 10 हजार के लिए ढाई साल की बच्ची से क्रूरता

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अलीगढ़ में 10 हजार के लिए ढाई साल की बच्ची से क्रूरता
aligarh mai bachi ki hathya
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UP | अलीगढ़ में 10 हजार के लिए ढाई साल की बच्ची से क्रूरता मासूम की नृशंस हत्या पर उबला देश कातिलों को कड़ी सजा देने की मांग।

Uttar Pradesh | अलीगढ़ : पिता ने पड़ोसी से उधारी में दिए गए 10 हजार रुपए मांगे तो इसकी सजा उसकी ढाई साल की बेटी को दर्दनाक मौत देकर दे दी। उसकी आंखें निकाल लीं। सीधा हाथ जड़ से उखाड़ लिया। ज्यादातर भीतरी अंग मिले ही नहीं। मामले में दो आरोपियों जाहिद और असलम को गिरफ्तार कर लिया गया।

दोनों पर पॉक्सों एक्ट लगाने के साथ ही रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है। मामले में थाना प्रभारी समेत 5 पुलिस वालों को निलंबित करदिया गया है। सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा है। एएमयू के छात्र भी इसमें शामिल है। नेता, अभिनेता, खिलाड़ी सभी ने चिंता जाहिर करते हुए आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। देश भर में उबाल है।

2 जून को शव मिला : बच्ची का परिवार अलीगढ़ के एक गांव में रहता है। बच्ची 30 मई को अपने घर से सामनेसे लापता हो गई थी। दो जून को उसका क्षत-विक्षत शव एक गटरी में पड्लेसी जाहिद के घर के पास कड़े में मिला। उसे कुत्ते खींच रहे थे। परिजनों नेदुष्कर्मका भी आरोप लगाया, लेकिन पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है।

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उन्हें मिले उसे मौत की सजा दी जाए वरना वह 7 साल सजा के बाद जेल से बाहर आया तो उसकी हिम्मत और बढ़जाएगी। – क्रूरता की शिकार बच्ची की मां

क्या बन गए हैं हम लोग क्या बन गए हैं? होते हैं। नाकाम पुलिस बच्ची की लाश लेकर आती है। ये यूपी का
जंगलराज है | – अखिलेश यादव

बच्चों के खिलाफ एक और घिनौना अपराध। मैं तो यह सोच भी नहीं पा रहा हूं कि बच्ची के माता-पिता को कितना कष्ट हो रहा होगा। हम लोग – प्रियंका गांधी

यह वह दुनिया नहीं भयभीत, परेशान और नाराज हूं। निश्चित रूप से यह वह दुनिया नहीं जैसी हम अपने बच्चों के लिए चाहते हैं। ऐसे अपराध के लिए सख्त सजा देने की जरूरत है। –अक्षय कुमार, अभिनेता

लज्जित, दुखी हूं गुस्सा, आतंकित, लज्जित और बहुत दुखी हूं। मैं मांग करता हूं किआतंकियों को सरेआम फांसी दे दी जानी चाहिए। इसके अलावा कोई और सजा काफी नहीं है। –अनुपम खेर, अभिनेता

अमानवीय, कूर अमानवीय, घटिया और कूर… न्याय। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो। मैं यह सोच भी नहीं पा रही कि
परिवार किस परिस्थिति से गुजर रहा होगा। – सानिया मिर्जा, टेनिस खिलाड़ी

बिना देरी सजा मिले बच्ची के साथ जो हुआ उस पर विश्वास नहीं हो रहा। भयावह अपराध पर बिना देरी के कड़ी सजा मिले। हमें इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। – मिताली राज, क्रिकेटर