बाराबंकी। माफिया विधायक मुख्तार अंसारी द्वारा पंजाब में इस्तेमाल की जा रही एम्बुलेंस मामले में बाराबंकी पुलिस ने मऊ से कल देर रात श्याम संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका अलका राय और एसएन राय को गिरफ्तार कर लिया है। अलका राय के खिलाफ फर्जी वोटर आईडी लगाकर एम्बुलेंस पंजीकृत कराने का मुकदमा शहर कोतवाली में दर्ज कराया गया था।
ज्ञात हो कि पंजाब के रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी मोहाली कोर्ट में जिस एम्बुलेंस से गया वह बाराबंकी में पंजीकृत है। इसकी सूचना फैलते ही हड़कंप मच गया था। संभागीय परिवहन विभाग ने पत्रावली खंगाली तो डॉ. अलका राय निवासी रफीनगर बाराबंकी के नाम पर बनी वोटर आईडी के नाम पर एम्बुलेंस पंजीकृत पाई गई थी। वोटर आईडी फर्जी मिलने पर मऊ के श्याम संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. अलका राय को नामजद करते हुए मुकदमा कोतवाली नगर में दर्ज कराया गया था।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने इस मामले में एसआईटी गठित करते हुए एक टीम मऊ भेजी थी और दूसरी टीम सीओ हैदरगढ़ नवीन सिंह के नेतृत्व में पंजाब भेजी गई थी। 12 अप्रैल को मऊ गई पुलिस टीम ने डॉ. अलका राय से गहन पूछताछ की। जिसके बाद वापस लौटकर शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद व राजनाथ यादव ने दबाव बनाकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराने पर सभी को साजिशकर्ता साबित करते हुए धारा 120बी, 506, 177 के साथ 7सीएलए एक्ट लगाया था।
इस मामले में साजिशकर्ता राजनाथ यादव पुत्र मुनेश्वर यादव निवासी अहरौली थाना सरांय लखन को गिरफ्तार किया था। मऊ गई बाराबंकी पुलिस टीम ने कल देर रात डाक्टर अलका राय व एसएन राय को फर्जी प्रपत्र पर एम्बुलेंस पंजीकृत कराने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों को लेकर बाराबंकी आ गई है। दोनों से पूछताछ जारी है। आज पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश करेगी। अलका राय भाजपा के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी हैं। मुख्तार पर कृष्णानंद राय की हत्या का मुकदमा चल रहा है।