टीचर: – “ख़ुशी का ठिकाना ना रहा” इस मुहावरे का क्या मतलब है…???
पप्पू: – ख़ुशी घर वालों से छिपकर, रोजाना अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी
एक दिन उसके पापा ने बॉयफ्रेंड के साथ देख लिया और ख़ुशी को घर से
निकाल दिया….
अब बेचारी “ख़ुशी का ठिकाना ना रहा”
एक कंजूस अपने बेटे को पिट रहा था..!!!
पड़ोसी : क्यों पिट रहे हो बच्चे को…??
बनिया : मैंने इसको कहा कि 1-1 सीढी छोड़कर चढ़,
चप्पल कम घिसेगी…!!!
नालायक 2-2 सीढ़ी छोड़कर चढ़ा, पाजामा फाड़ लिया…
लड़की : यार कल तो मैं परेशान हो गयी
बॉयफ्रेंड : वो कैसे…?
लड़की : यार बस स्टॉप पर एक घंटे तक
बस ही नहीं आयी फिर मैंने BMW खरीदी…!!
बॉयफ्रेंड : वाओ तुमने BMW खरीद ली क्या ?
लड़की : और क्या BMW यानि बिसलेरी मिनिरल वाटर
अरे बहुत तेज प्यास जो लगी थी…