माॅस्को। रूस की सोलिकामस्क खदान में फंसे सभी नौ खनिकों के शवों को बाहर निकाल लिया गया है। इस खदान में आग लगने के बाद यह हादसा हुआ है।
संवाद समिति तास ने आपातकालीन विभाग के अधिकारियों के हवाले से बताया कि इससे पहले आठ शवों को निकाला गया था।
गौँरतलब है कि शनिवार सुबह उराल क्षेत्र के समीप पीरम में इस खदान में 340 मीटर नीचे आग लगने के बाद ये मजदूर फंस गए थे। उस समय इसमें निर्माण का काम चल रहा था।
घटना के वक्त इसमें 17 लोग थे लेकिन किसी तरह आठ लोग बाहर आ गए थे मगर नौ मजदूर भीतर ही फंसे रह गए थे। भीतर अधिक धुआं तथा भयानक गर्मी की वजह से राहत एवं बचाव कर्मी उन तक नहीं पहुंच पाए थे। खदान में फंसे इन मजदूरों को बचाने में जुटे बचाव दल का छठा प्रयास विफल हो गया था।
अर्धसैनिकाें के बचाव दल के कमांडर एलेक्सी पेस्तोव ने संवाददाताओं को बताया कि उस जगह तक पहुंचना जहां खान के मजदूर संभवतः फंसे थे वहां तकनीकी रूप से असंभव था क्योंकि संरचना में विकृति आ गई थी। ऐसी स्थिति में लोगों को बचाने की संभावना ‘दुर्भाग्य से शून्य’ हो जाती है।
रूस के सोलिकमस्क शहर में पोटाश निर्माता उरालकली के खान में शनिवार की सुबह मीथेन जैसी गैस में आग लग गई। खान में काम कर रहे आठ मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। उराकली के अनुसार कम से कम नौ लोग खान में फंसे रह गए।
इससे पूर्व बचाव दल के खान में उतरने के प्रयास को उच्च तापमान और धुआं के कारण स्थगित कर दिया गया था। बचाव दल वहां फंसे मजदूरों के संभावित स्थान से केवल 10 मीटर (33 फुट) दूर थे।
इस बीच उरालकली ने घोषणा की कि बचाव अभियान समाप्त होने तक सोलिकमस्क-3 खान का संचालन स्थगित कर दिया गया। कंपनी के अनुसार खान में आग निर्माण कार्यों के कारण लगी होगी। यह भी कहा घटना के कारणों को पता लगाने के लिए एक विशेष आयोग गठित करेगा।