नई दिल्ली। आज से बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने पर समूचा विपक्ष एक ही स्वर में दिल्ली हिंसा को लेकर अमित शाह पर आक्रामक है। कांग्रेस से लेकर वाम दल, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस समेत तमाम सांसदों ने अमित शाह पर दिल्ली हिंसा को लेकर निशाना साधा। विपक्ष ने दोनों सदनों में कार्यस्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस दिया है। कांग्रेस दिल्ली हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करेगी।
वहीं, संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली हिंसा को रोकने में नाकाम साबित हुई है। चौधरी ने कहा कि कांग्रेस संसद में दिल्ली हिंसा का मामला उठाएगी और हम गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग करेंगे।
देश की राजधानी में हिंसा उनकी निगरानी में हुई। यही पश्चिम बंगाल में भी हो रहा है। वहां भी गोली मारो सालों को, जैसे भड़काऊ नारे लगाए जा रहे हैं। यही नहीं विपक्षी दल संसद में पूरे जोरशोर से सांप्रदायिक हिंसा का मामला उठा कर इस मामले में कथित तौर पर दिल्ली पुलिस की नाकामी को जिम्मेदार ठहराते हुए गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की, तृणमूल कांग्रेस , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रविड़ मुनेत्र कणगम ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल से अमित शाह को ललकारा
गृहमंत्री अमित शाह की रैली में भड़काऊ भाषण देने पर गिरफ्तार बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि यह दिल्ली नहीं है कोलकाता में गोली मारो जैसे नारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में ‘दंगों का गुजरात मॉडल’ लागू करने की कोशिश कर रही है। दिल्ली की हिंसा नरसंहार थी, मासूम लोगों की हत्या से दुखी हूं।
ममता बनर्जी का यह बयान गृहमंत्री अमित शाह को रविवार को कही गईं उनकी बातों के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। आपको बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह रविवार कोलकाता में थे। उन्होंने उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून से जुड़े लोगों के भ्रम दूर करने को लेकर दो रैलियों को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा था और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पिछले वर्ष संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान दंगा भड़काने का आरोप लगाया।
पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी अमित शाह पर लगाए आरोप
पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी दिल्ली हिंसा ना रोकने के लिए गृहमंत्री और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए हैं। सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली में हुई हिंसा को केंद्र सरकार चाहती तो समय रहते रोक सकती थी। उन्होंने केंद्र सरकार को दिल्ली में हुए कत्लेआम के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सरकार इस दौरान सोती रही। अंसारी ने आगे कहा कि दंगों के लिए एक तरह से नेताओं ने इशारा दिया था, उन्होंने यहां राजनेताओं का नाम लिए बगैर कहा कि लोगों ने उनके बयान सुने।
दिल्ली हिंसा पर विपक्ष के नेता कर रहे हैं राजनीति : भाजपा
बजट सत्र के शोर-शराबे के दौरान भाजपा के केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली हिंसा पर समूचा विपक्ष की राजनीति करने पर तुला हुआ है। क्या हम आपको बता दें कि विपक्ष के शोर-शराबे के कारण राज्यसभा लोकसभा आज दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई है। केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि सरकार दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है।
विपक्षी दलों की तरफ से जो नोटिस आ रहे हैं, उसमें दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठाया जा रहा है, सरकार भी इस मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है लेकिन किसी को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए बहस होनी चाहिए। माना जा रहा है कि इस सत्र में सरकार सरोगेसी और टैक्स विवादों के निपटारे के लिए नए बिल ला सकती है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार