पटना। बिहार की पटना पुलिस ने मुजफ्फरपुर की रहने वाली छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में महज बारह घंटे के भीतर ही इसमें संलिप्त सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
वरीय पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शनिवार को बताया कि 1 जून को पीड़िता ने गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) की मदद से उनसे सम्पर्क किया और घटना की जानकारी दी।
पीड़िता ने बताया कि वह मुजफ्फरपुर की रहने वाली है और एक वर्ष पहले सोशल मीडिया फेसबुक के माध्यम से उसकी दोस्ती लखीसराय के रहने वाले रितेश कुमार से हुई। रितेश झारखंड के बोकारो में रहकर पढ़ाई कर रहा है।
उसने बताया कि रितेश ने 29 मई को उसे मिलने के लिए पटना बुलाया और वह उससे मिलने के लिए यहां पहुंची। शाम को जब उसने मुजफ्फरपुर वापस जाने की बात कही तो रितेश ने बस नहीं मिलने का बहाना बनाकर उसे बहादुरपुर थाना क्षेत्र के एक लॉज में ले गया।
पीड़िता ने बताया कि मकान में पहले से कई छात्र रह रहे थे। रितेश ने पीड़िता को एक कमरे में सुलाया और कुछ देर बाद बाहर निकल गया। उसके बाहर निकलने के कुछ देर बाद ही एक छात्र कमरे में आया और छात्रा के साथ जबरन दुष्कर्म किया।
इसके बाद बारी-बारी से चार और लड़के कमरे में आए और दुष्कर्म किया। रितेश जब कमरे में आया तो पीड़िता ने उसे सारी बात बताई तो उसने उसे चुप रहने की सलाह दी। रितेश ने भी उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। अगली सुबह रितेश ने उसे मुजफ्फरपुर पहुंचा दिया।
महाराज ने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुए नगर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) अमरकेश डी. के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम को तत्काल छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रितेश के अलावा लखीसराय के रहने वाले चार अन्य आरोपियों प्रियांशु, आयुष रंजन, अमन राज एवं मनीष कुमार को बहादुरपुर, राजेंद्र नगर एवं बोरिंग रोड से महज कुछ घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में संलिप्त पांचवें आरोपी सौरभ कुमार को लखीसराय जिल में लोदिया थाना क्षेत्र में उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस कांड में अभियुक्तों को संरक्षण देने एवं अभियुक्तों को भगाने में सहयोग करने वाले महावीर सिंह उर्फ बोकू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।