लखनऊ । योगी आदित्यनाथ सरकार की महत्वाकांक्षी ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना को विकास की राह में मील का पत्थर करार देते हुये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि जनसंख्या घनत्व के मामले में देश में अव्वल इस राज्य के पास दस खरब डालर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने की अपार संभावनायें हैं।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय ओडीपी समिट के उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुये श्री कोविंद ने कहा “ उत्तर प्रदेश में प्रतिभाओं और संसाधनो की कोई कमी नही है। देश में अब तक 45 भारत रत्न से सम्मानित विभूतियों में 11 का यह राज्य जन्मभूमि अथवा कर्मभूमि रहा है। देश को सबसे ज्यादा प्रधानमंत्री भी इसी प्रदेश ने दिये हैं। संत कबीर,रविदास,तुलसीदास और मलिक मोहम्मद जायसी से लेकर मुंशी प्रेमचंद्र,सुभद्रा कुमारी ,गणेश शंकर विद्याथी इसी प्रदेश की देन है। ”
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास की सभी स्थितियां और उपकरण मौजूद हैं। केवल उनको तलाशने और तराशने की जरूरत है। छोटे और मझोले उद्योगों के अलावा हस्तशिल्प कला को बढावा देने के लिये योगी सरकार का प्रयास सराहनीय है। उत्तर प्रदेश के पास निकट भविष्य में एक ट्रिलियन इकोनामी यानी दस खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। यहां विश्व के नामी गिरामी शिक्षण संस्थान हैं। गंगा,यमुना,राप्ती और सोन नदियो का आर्शीवाद है और देश का सबसे बडा रेल नेटवर्क यहां पर है।