जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अलवर सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर आज राजधानी जयपुर में पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी के नेतृत्व में भाजपा प्रदेश मुख्यालय से पैदल मार्च शुरु किया और सिविल लाइंस फाटक पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सैनी ने अलवर सामूहिक दुष्कर्म घटना को शर्मनाक बताते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ऐसी घटनाओं को दबाया जा रहा है, जो शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि शर्मसार कर देने वाली घटनाओं को राजनीतिक लाभ के लिए दबाया जाना गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई नहीं करने से अपराधी निडर होकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय इस तरह की घटनाएं होने पर उनकी सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को फांसी तक की सजा तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। राज्य सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इस मौके पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के शासन को जंगलराज करार देते हुए कहा कि राज्य में पुलिस का इकबाल खत्म हो गया और गुंडा राज व्याप्त हो गया है। प्रदेश में महिला उत्पीड़न, खासकर दलित महिला एवं दलित समाज का उत्पीड़न बढ गया है। उन्होंने कहा कि अलवर घटना को दस दिन तक दबाये रखा।
इसी तरह पूर्व मंत्री एवं विधायक कालीचरण सराफ ने कहा प्रदेश में नारी उत्पीड़न और दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। कानून व्यवस्था बनाए रखने तथा प्रदेश में शांतिपूर्ण वातावरण की मांग को लेकर उनकी पार्टी ने यह प्रदर्शन किया।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर घटना को जानबूझकर दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अलवर में इस घटना के बाद जिस पुलिस अधीक्षक को लगाया गया है, उसकी छवि भी दागदार है। प्रशासन ने जानबूझकर ऐसे पुलिस अधीक्षक को वहां लगाया है ताकि सरकार की पूरी मदद की जा सके।
इस मौके राज्यपाल कल्याण सिंह को इस घटना के संबंध में ज्ञापन दिया गया। इसी तरह प्रदेश में अन्य संभाग मुख्यालयों पर भी भाजपा ने विरेाध प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि सामूहिक दुष्कर्म मामले के सभी छह आरोपी गिरफ्तार किये जा चुके है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को हटा दिया गया तथा थानाधिकारी को निलंबित एवं कुछ पुलिसकर्मियों को लाईन हाजिर कर किया गया।