अलवर। हरियाणा के रेवाड़ी में पांच दिन पहले लापता हुए अलवर के स्क्रैप व्यापारी मंगत अरोड़ा की हत्या कर दी गई। मंगत अरोड़ा को किसी और ने नहीं, बल्कि रेवाड़ी में रहने वाले स्क्रैप क्रेता एक व्यापारी ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा। इसके बाद अपने गोदाम में ही 4 फीट गहरा गडढा खोदकर उसमें मंगत अरोड़ा का शव गाड़ दिया। इस हत्याकांड का राज हरियाणा के बिलासपुर में मिले मोबाइल से खुला। किसी को शक न हो, इसलिए आरोपियों ने गडढे के ऊपर रोड़ी डालकर फर्श भी बिछा दिया।
सोमवार को हरियाणा की रेवाड़ी पुलिस ने गोदाम में जगह खोदकर मंगत अरोड़ा का शव निकाला। साथ ही तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। अलवर शहर की स्कीम नंबर 2 में रहने वाले 50 वर्षीय मंगत अरोड़ा मैटल का व्यापार करते थे। 10 अगस्त को वह घर से बाइक पर सवार होकर रेवाड़ी में अपने साथी व्यापारी अंकित भालिया से रुपए लेने के लिए निकले।
परिवार के मुताबिक अंकित भालिया से मंगत अरोड़ा को 35 लाख रुपए लेने थे और यही रकम लेने के लिए वह रेवाड़ी गए। उसके बाद वापस नहीं लौटे। मृतक के बेटे दीपक ने दो दिन पहले ही आशंका जाहिर की थी कि कई साल से रेवाड़ी का व्यापारी रुपए नहीं दे रहा था। अब कोनसा देता। उन्हे शक है उसके पिता के साथ उसी व्यापारी ने कुछ किया है।
व्यापारी मंगत अरोड़ा के परिवार ने उसी दिन अलवर में उनकी गुमशुदगी का केस दर्ज करा दिया। अलवर पुलिस ने जीरो एफआईआर काटकर रेवाड़ी पुलिस को भेज दी। जानकर सूत्रों का कहना है कि गत 10 अगस्त को मंगत अरोड़ा जब अलवर से रेवाड़ी पहुंचे तो अंकित भालिया उन्हें पेमेंट देने के बहाने रेवाड़ी में दिल्ली रोड पर उत्तम नगर स्थित अपने गोदाम में ले गया। वहां अंकित भालिया के दो साथी पहले से मौजूद थे। तीनों ने मिलकर मंगत अरोड़ा को कुर्सी पर बांध दिया। इसके बाद अंकित भालिया ने अपने साथियों के साथ मिलकर तार से गला दबाकर उनकी हत्या कर दी।
मंगत अरोड़ा की बॉडी किसी को न मिल पाए, इसलिए तीनों ने पूरी प्लानिंग के साथ गोदाम के अंदर ही 4 फीट गहरा गड्ढा खोदा और उसमें मंगत अरोड़ा का शव दबा दिया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने गड़ढे वाली जगह रोड़ी वगैरह बिछवा कर फर्श डलवा दिया। इसके बाद अंकित भालिया ने यह बात उड़ा दी कि मंगत अरोड़ा उनसे 12 लाख रुपए लेकर निकले थे। उसके बाद वह कहां गए? उन्हें नहीं पता। 12 लाख रुपए ले जाने की बात से ही पुलिस को शक हुआ।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि अंकित भालिया ने अपने साथी मनोज और एक अन्य शख्स को 3 लाख रुपए का लालच देकर मंगत अरोड़ा की हत्या करने के लिए तैयार किया। तीनों ने पूरी प्लानिंग के साथ मंगत अरोड़ा की हत्या करने के बाद उनका मोबाइल फोन भी गुम कर दिया। रविवार रात मंगत अरोड़ा का मोबाइल फोन गुरुग्राम में मिला। जिस शख्स ने मोबाइल चालू किया, पुलिस ने उसे रात में ही पकड़ लिया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी अंकित भालिया को पंजाब के लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं, मनोज और उसके दूसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।