हमीरपुर। उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के मौदहा कस्बे में पुलिस को पहुंचने में अगर थोड़ी भी देर हो जाती तो विकास दुबे का गुर्गा अमर दुबे मध्य प्रदेश की ओर निकल चुका होता। अमर को एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मौदहा के अरतरा गांव में मार गिराया था। इस मुठभेड़ में एक एसआइ और एसटीएफ के सिपाही को भी मामूली चोट आई है। अमर के कब्जे से नौ एमएम की एक पिस्टल बरामद हुई है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमर दुबे अरतरा गांव में अपने एक रिश्तेदार के यहां शरण लिए हुए था और आज तड़के मध्य प्रदेश भागने की फिराक में था। 25 हजार के इनामी को एसटीएफ के पहुंचने की भनक लग गई थी और वह निकलने की फिराक में था कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे घेर लिया। अमर ने पुलिस पर ताब़ड़तोड फायरिंग शुरु कर दी जिससे मौदहा थाने के निरीक्षक मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक सिपाही राजीव कुमार गोली से जख्मी हो गए।
जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने विकास के शार्प शूटर को मौके पर ढेर कर दिया। पुलिस ने तलाशी के दौरान उसके पास से 9 एमएम की पिस्तौल बरामद की है। दोनों घायलों को सीएचसी मौदहा मे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
ग्रामीणों के मुताबिक कानपुर के शिवली क्षेत्र निवासी अमर की रिश्तेदारी अरतरा गांव में नरोत्तम दीक्षित के यहां थी। यहां वह अक्सर अपने मित्र जय बाजपेई के साथ आता रहता था। हाल ही में 29 जून को अमर की शादी विकास दुबे के आवास पर हुई थी जिसमे नरोत्तम दीक्षित भी शामिल हुए थे। हालांकि उनको यह नहीं मालूम था कि अमर विकास का शार्प शूटर है।
ग्रामीणों के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि पुलिस के हत्थे चढ चुका जय बाजपेई ने अमर के इस ठिकाने का पता जांच एजेंसियों को बताया होगा जिससे उसका काम तमाम संभव हो सका। पुलिस ने नरोत्तम दीक्षित के दोनों मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिए हैं ताकि बातचीत की जानकारी हो सके।
विकास दुबे के गुर्गे अमर दुबे को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया