श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के प्रकोप काे देखते हुए इस वर्ष पवित्र अमनाथ यात्रा को रद्द करने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बोर्ड ने मंगलवार शाम एक बैठक में यह फैसला किया। बैठक की अध्यक्षता उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने की। वे बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
यात्रा के संबंध में हालांकि सभी रस्में परम्परागत और पुरातन पद्धति से संपन्न की जाएंगी। भगवान शिव की ‘छड़ी मुबारक’ तीन अगस्त को पवित्र गुफा में ले जाई जाएगी जहां महंत दीपेन्द्र गिरि सभी तरह की रस्में पूरी करने के बाद इसकी पूजा-अर्चना करेंगे।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि उप राज्यपाल की अध्यक्षता में बोर्ड की 39वीं बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई। इसमें शामिल हुए सदस्यों ने अमरनाथ यात्रा के बारे में विचार-विमर्श किया।
बोर्ड की बैठक में उच्चतम न्यायालय के 13 जुलाई के आदेश के बारे में भी चर्चा की गई। न्यायालय के इस आदेश में जम्मू-कश्मीर की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस वर्ष यात्रा आयोजित करने का निर्णय प्रशासन/ सरकार पर छोड़ दिया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि बोर्ड को सूचित किया गया कि यात्रा आयोजित करने के लिए फरवरी माह से ही तैयारियां की जा रही थीं, लेकिन देशव्यापी लॉकडाउन और महामारी के प्रकोप काे देखते हुए जम्मू-कश्मीर की राज्य कार्यकारी समिति ने राज्य में धार्मिक स्थलों को जनता के लिए 31 जुलाई तक बंद रखने का निर्णय लिया है।
बोर्ड की बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि महामारी के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं पर अत्यधिक दबाब बना है। राज्य प्रशासन सर्वाधिक ध्यान कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने पर दे रहा है।
जुलाई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं जिससे प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग पर काफी दबाव पड़ा है। लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं,ऐसे में यात्रियों पर कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा।