नई दिल्ली। भारत की विश्व कप टीम में चयन ना होने से आहत मध्य क्रम के बल्लेबाज अंबाटी रायुडू ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की अचानक घोषणा कर सबको चौंका दिया।
रायुडू को उम्मीद थी कि उन्हें जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक खिलाड़ियों में से विश्व कप टीम में जगह मिलेगी लेकिन जब वैकल्पिक खिलाड़ियों में से बाहर के खिलाड़ी मयंक अग्रवाल को टीम में चुन लिया गया तो रायुडू ने इसे इतिश्री मानकर क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला कर लिया।
रायुडू ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया (बीसीसीआई) को पत्र लिखकर अपने संन्यास के बारे में जानकारी दे दी है।
रायुडू को विश्व कप टीम में नहीं चुना गया था और टीम में आलराउंडर विजय शंकर को जगह मिली थी। चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद ने शंकर को चुने जाने के पीछे तर्क देते हुए उन्हें त्रिआयामी खिलाड़ी (खेल के तीनों क्षेत्र में माहिर) बताया था।
प्रसाद के इस तर्क पर नाराजगी जताते हुए रायुडू ने कमेंट भी किया था कि उन्होंने वर्ल्ड कप देखने के लिए थ्री डी चश्मे का ऑर्डर किया है। इसे रायुडू का तंज माना गया था और संभवतः रायुडू की यह बात चयनकर्ताओं को नागवार गुजरी थी।
शंकर का विश्व कप में प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा और नेट अभ्यास में जसप्रीत बुमराह की यॉर्कर से पैर के अंगूठे में लगी चोट के कारण उन्हें विश्व कप से बाहर हो जाना पड़ा।
शंकर के बाहर होने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि रायुडू को मौका मिलेगा लेकिन टीम प्रबंधन ने शीर्ष क्रम के बल्लेबाज की मांग कर डाली और चयनकर्ताओं ने मयंक अग्रवाल को चुन लिया।
इससे पहले जब ओपनर शिखर धवन चोटिल होकर विश्व कप से बाहर हुए थे तो विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम में चुना गया था जो अब तक विश्व कप में दो मैच खेल चुके हैं।
इस उपेक्षा से आहत रायडू ने आखिरकार संन्यास का ऐलान कर दिया और क्रिकेट के सभी प्रारूप से खुद को अलग करने का फैसला कर लिया।