वाशिंगटन | अमेरिका के अलाबामा प्रांत में सबसे बुजुर्ग अपराधी को सजा-ए-मौत दी गयी। वर्ष 1989 में सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी 83 वर्षीय वाल्टर मूडी को सजा-ए-मौत दी गयी।
जेल अधिकारियों के अनुसार वाल्टर मूडी को अलाबामा प्रांत के अटमोर में विलियम सी होलमैन फेसिलिटी में इंजेक्शन के जरिए मौत की सजा दी गयी। अमेरिका में इस वर्ष यह आठवां सजा-ए-मौत का मामला है। इससे पहले अमेरिका में वर्ष 2005 में सजा-ए-मौत पाने वाले जॉन निक्सन (77) सबसे उम्र दराज व्यक्ति थे। अमेरिकी शीर्ष अदालत ने वर्ष 1976 में सजा-ए-मौत पर से पाबंदी हटा ली थी।
मूडी को वर्ष 1989 में अमेरिकी स्थानीय अदालत के दराज व्यक्ति के घर पर बम भेजकर उन्हें मारने और जॉजिया के सिविल राइट अटॉर्नी राबर्ट रोबिनसन को मारने का दोषी पाया गया था। मूडी 1972 के बम भेजने के मामले में सजा मिलने के बाद से गुस्से में था और उसने उसके बाद ही यह कदम उठाया था।