इंदौर। भारतीय जनता पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की हाल ही में हुई मुलाकात पर कहा कि यह गलतफहमी हैै कि शाह ठाकरे से गठबंधन बचाने के लिए मिले थे।
उन्होंने कहा कि वे समझते हैं कि वहां शाह और ठाकरे के बीच कोई राजनीतिक बातचीत नही हुई है। विजयवर्गीय गुरुवार को अमित शाह के संपर्क फ़ॉर समर्थन अभियान के तहत अपने गृह नगर इंदौर में निवासरत पद्मश्री टीजी कुट्टी मेनन से मुलाकत करने पहुचे थे।
यहां उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में शाह और ठाकरे के बीच हुई मुलाकात को गठबंधन बचाने से जोड़कर देखे जाने पर आगे कहा कि शाह और ठाकरे के बीच हुई मुलाकात भाजपा के विशेष जनसंपर्क अभियान के मद्देनजर हुई थी।
विजयवर्गीय ने स्पष्ट कहा कि शिवसेना यदि आगामी चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होकर लड़ना चाहे तो वे अलग जा सकते हैं, भाजपा उनके पीछे नहीं लगेगी।
भाजपा महासचिव ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा नागपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के प्रश्न पर कहा कि, संघ ने कभी किसी को अछूता नहीं समझा हैं। उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा कि कुछ लोग वर्तमान में स्वयं सेवक है, तो कुछ भावी स्वयं सेवक है, तो कुछ को स्वयं सेवक बनाना लक्ष्य हैं।
उन्होंने मुखर्जी को संघ द्वारा आमंत्रित किए जाने पर कहा कि भले ही पार्टी केे उनसे (मुखर्जी से) वैचारिक मतभेद हो, लेकिन वे सम्मानीय हैं। उन्होंने कहा मतभेद दूर तभी हो सकते हैं, जब वे पास आकर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि संघ के मंच से मुखर्जी संघ के बारे में अपनी राय जाहिर कर सकते हैं।
विजयवर्गीय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए ये भी कहा कि मुखर्जी प्रखर वक्ता हैं, उनको कुछ लिखा हुआ नहीं पढ़ना हैं, वे वहा अपने विचार रख सकते है।
पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी विजयवर्गीय ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी ओर कत्थक नृत्यांगना शर्मिष्ठा मुखर्जी के पश्चिम बंगाल से भाजपा से चुनाव लड़ने प्रश्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा से संपर्क नहीं किया हैं और ना ही अब तक भाजपा ने उनसे संपर्क किया हैं।