जयनगर/बारासात। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल को कंगाल बंगला करार दिया है। शाह ने सोमवार को यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने सोनार बंगला को कंगाल बंगला में तब्दील कर दिया है और वह अपना वोट बैंक बचाने के लिए घुसपैठियों को बचाने में लगी हैं लेकिन उनका वोट बैंक भी इस बार उन्हें हारने से नहीं रोक सकता।
शाह ने कहा कि तृणमूल के शासन में लोग जबरन वसूली, गठजोड़ और हिंसा से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि बनर्जी ने उनका चुनावी रैली का कार्यक्रम इसलिए रद्द कराया क्योंकि उन्हें अपने भतीजे की अधिक चिंता है जो उसी सीट से लड़ रहा है जिस क्षेत्र में यह रैली आयोजित की जानी थी।
शाह ने कहा कि मेरा आज तीन जगह जाने का कार्यक्रम था लेकिन इनमें से एक सीट पर ममता जी का भतीजा चुनाव लड़ रहा है और वह इसी बात को लेकर भयभीत है कि शायद वह चुनाव नहीं हार जाए। यही कारण था कि उन्होंने हमारी रैली को आज अनुमति नहीं दी।
शाह ने कहा कि तृणमूल मुझे बंगाल में रैलियों में हिस्सा लेने से रोक सकती है लेकिन वह मुझे भाजपा को विजय पथ की तरफ से जाने से नहीं रोक सकती है।
इससे पहले उन्होंने सुबह एक ट्वीट कर कहा था कि चूंकि ममता बनर्जी सरकार ने जाधवपुर, कोलकाता में दूसरी रैली के आयोजन की अनुमति नहीं दी, इसी वजह से मुझे दो रैलियों के आयोजन के लिए मजबूर होना पड़ा। ममता दीदी की इस अराजकता का बदला राज्य की जनता 23 मई को जोरदार तरीके से देगी।
उन्हाेंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ने लोगों को जय श्रीराम बोलने से भी मना कर दिया है। शाह ने कहा कि ममता दीदी मैं यहां जय श्रीराम का नाम जप रहा हूूं और कोलकाता रवाना हो रहा हूं, अगर आप में हिम्मत है ताे मुझे गिरफ्तार कर दिखाओ।
शाह ने कहा कि अगर बंगाली भाषा को पुन: बंगाल में स्थापित करना है तो भाजपा को वोट देकर विजयी बनाए। उन्होंने राज्य में किसी तरह का कोई विकास नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि ममता दीदी के शासन काल में बंगाल में कोई भी नई फैक्टरी नहीं लगाई गई और यहां केवल बम बनाने की फैक्टरियां हैं।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी मोदी सरकार की किसी भी योजना का लाभ बंगालवासियोंं को नहीं देना चाहती हैं क्योंकि उनका मानना है कि अगर ये योजनाएं यहां शुरू हो जाती हैं तो यहां मोदी जी की लोकप्रियता में इजाफा होगा। शाह ने कहा कि बंगाल के मतदाता राज्य की 23 सीटें भाजपा को जिताने में मदद करेंगे।
गौरतलब है शाह को जाधवपुर विधानसभा क्षेत्र में बारीपुर में एक रैली के आयोजन की अनुमति राज्य सरकार ने नहीं दी थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि हालांकि उनके हेलीकाप्टर को यहां उतरने की अनुमति दे दी गई थी लेेकिन बाद में प्रशासन ने इसे मना कर दिया था।