राजनीति, देश की राजनीति में पिछले 5 वर्षों से अमित शाह का सितारा बुलंदियों पर है । शाह भारतीय जनता पार्टी में चाणक्य कहे जाते हैं । जोड़-तोड़ की राजनीति करने में माहिर माने जाने वाले अमित शाह इस बार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कैसे पीछे रह गए ? अमित शाह मौजूदा समय में देश के गृहमंत्री हैं । इनके बारे में ही कुछ बात कर लिया जाए । 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अमित शाह की शानदार चुनाव प्रबंधन की वजह से ही भाजपा को जबरदस्त बहुमत मिला ।
इस समय भाजपा में पीएम मोदी के बाद दूसरे नंबर के नेता बने हुए हैं । गोवा, असम, त्रिपुरा और मणिपुर में भाजपा की सरकार बनाने में अमित शाह का योगदान रहा है । राजनीत कल किस करवट बैठेगी, अमित शाह पहले ही भांप लेते हैं । भाजपा के लिए कई बार संकटमोचक की भूमिका भी निभा चुके हैं ।
विपक्षी पार्टियों के सांसद या विधायकों को कब, कहां तोड़ना है और कहां फिट करना है माहिर माने जाते हैं । लेकिन शाह इस बार राजस्थान में क्या हो रहा है, इसका अनुमान कैसे नहीं लगा सके । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोपनीय तरीके से जिस प्रकार से बसपा के से सभी 6 विधायकों को कांग्रेस में विलय कराकर अमित शाह को सीधी टक्कर दी है, कहीं ऐसा न हो गहलोत के लिए यह दांव भारी पड़ जाए ।
शंभूनाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार