अमृतसर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह ने शनिवार को अमृतसर रेल हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए। साथ ही अमृतसर में तीन दिन का राजकीय शोक की घोषणा की गई है।
कैप्टन सिंह ने यहां रेल दुघर्टना में घायल लोगों से मुलाकात करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पीड़ितों की हर संभव सहायता करेगी। मृतकों के परिजनों को पहले ही पांच लाख रूपए की अनुुग्रह राशि देने की घोषणा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार घायलों को भी 50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देगी।
कैप्टन सिंह ने कहा कि घटना की जांच के लिए मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। जालंधर के मंडला आयुक्त इसी जांच करेंगे। मामले की तह तक जाने में समय लगेगा। दुघर्टना की जांच के लिए कैबिनेट मंत्रियों की एक तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त केन्द्र सरकार तथा रेलवे प्रशासन भी दुघर्टना की जांच कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रेल हादसे की राहत और पुनर्वास प्रयासों की निगरानी के लिए एक संकट प्रबंधन समूह की स्थापना की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा के नेतृत्व में गठित समिति में राजस्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरंजीत सिंह चन्नी को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट पर कड़े सुरक्षा प्रबंध
अमृतसर में जोड़ा फाटक पर हुए रेल हादसे में मारे गए लोगों का अंतिम संस्कार शुरू हो गया है और लोगों के आक्रोश को देखते हुए शमशान घाट पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। दुघर्टना में मारे गए युवक सचिन (16) और राजवीर (16) का आज उनके परिजनों ने मोहकमपुरा शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
पीड़ित परिवारों ने बताया कि संस्कार के लिए जरूरी लकड़ियों तथा अन्य सामान का सरकार की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया है। राजवीर के दादा तरसेम सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा अस्पताल या शमशान घाट पर उचित इंतजाम नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी भी अधिकारी ने उनसे सम्पर्क नहीं किया है।
लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अन्य जिलों से पुलिस बल मंगवा कर अस्पतालों तथा शमशान घाट पर तैनात कर दिया है। उस दुघर्टना में 61 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें से अभी तक 20 शवों की पहचान नहीं हो पाई है।
घटना स्थल पर लोग आज भी अपने परिजनों के गायब होने की शिकायत कर रहे हैं। उनका कहना है कि शव न तो अस्पताल में हैं और न ही उनके संबंध में काई जानकारी दी जा रही है। जीआरपी पुलिस ने दुर्घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 304, 304 ए, 337 और 338 के तहत मामला दर्ज किया है।
रावण दहन में हुई ‘रावण’ की मौत
पंजाब में अमृतसर के जोड़ा फाटक पर शुक्रवार रात ट्रेन की चपेट में आने से रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले दलबीर सिंह की मृत्यु हो गई। दलबीर की मां ने शनिवार को बताया कि रावन दहन के दौरान मची भगदड़ में उनका बेटा भी ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा है कि दलबीर की आठ माह की एक बच्ची है। दलबीर की पत्नी के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी की मांग की है। शिरोमणि अकाली दल की नेता राजवीर कौर ने बताया कि घटना स्थल पर अभी भी शवों के टुकड़े बिखरे पड़े हैं।