अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ कार्यालय से पाकिस्तान संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो हटाने की हिन्दू युवावाहिनी की चेतावनी और अफवाहों के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शनिवार शाम तक शहर की इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया है।
एएमयू में जिन्ना की तस्वीर को लेकर चल रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्ना ने हमारे देश का बंटवारा किया है और हम किस तरह से उनकी उपलब्धियों का बखान कर सकते हैं। यहां जिन्ना का महिमामंडन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि एएमयू मामले में जांच के आदेश दिए दे दिय गए हैं और जल्द ही इसकी रिपोर्ट मिल जाएगी। रिपोर्ट मिलते ही इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आज भी हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना के विरोध में नारेबाजी करते हुए एएमयू के मुख्य द्वार की ओर जाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां पहुंचे के पहले ही रोक दिया। वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिन्ना की फोटो हटाने की चेतवानी देते हुए कहा कि अगर फोटो नहीं हटाई गई तो वहां खुद उसे हटाएंगे। इस बीच एएमयू छात्रसंघ के लोग अन्य छात्रों के साथ गेट पर आए और दोनों पक्षों के बीच टकराव होते-होते बचा।
इस बीच जिलाधिकारी चन्द्रभुषण सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। इसके मद्देनजर शनिवार शाम तक अलीगढ़ में इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया है। जिन्ना फोटो विवाद को लेकर एमएमयू में पढ़ाई बंद है। जिला प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा रखी है। एहतियातन इलाके में पुलिस बल तैनात है।
गौरतलब है कि एएमयू छात्रसंध के कार्यालय में जिन्ना की फोटो लगाने को लेकर हिन्दु युवा वाहिनी के कार्यकर्ता के विरोध को लेकर गत बुधवार को एएमयू के सैकडों छात्र सिविल लाइन थाने पर गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। भीड़ को खदेडने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पडा था। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। इस घटना में कई पुलिसकर्मी अौर कुछ छात्र को हल्की चोट आई थी।
एएमयू के छात्र संघ दफ्तर में पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर के मामले में तूल पकड़ता देख मशहूर गीतकार और संवाद लेखक जावेद अख्तर ने तस्वीर का विरोध कर रहे हिंदूवादी संगठनों की आलोचना करते हुए कहा है कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर शर्मनाक है लेकिन जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं उन्हें गोडसे के सम्मान में बने मंदिर का भी विरोध करना चाहिए।