अलीगढ़ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) अल्पसंख्यक संस्थान नहीं है और ऐसे में वहां दलितों और पिछड़ों को आरक्षण दिया जाना चाहिये।
योगी ने बुधवार को यहां बूथ स्तर के प्रभारियों की बैठक में समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस पर इस मुद्दे के संबंध में चुप्पी साधने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एएमयू हर साल केंद्र से करोड़ों की मदद लेता है और इस वजह से इसे अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने विपक्ष को सवालों के घेरे में खड़ा किया और पूछा कि जब दूसरे संस्थानों में आरक्षण मिलता है तो एएमयू में क्यों नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल समाज को जाति और संप्रदाय के नाम पर बांटने की कोशिश करते हैं लेकिन जब लोगों के अधिकारों की बात आती है तो चुप्पी साध लेते हैं।
उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने से पहले हर दिन दंगा होता था लेकिन अब ऐसा नहीं होता। उन्होंने इसकी वजह यह बतायी कि जो गुंडे दंगे कराते थे वह दूसरे काम में व्यस्त हो गये हैं।
योगी ने बूथ स्तर के प्रभारियों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नयी ऊंचाइयों को छू रहा है और दुनिया का सबसे ताकतवर देश बनने की ओर अग्रसर है। देश को सबसे ताकतवर बनाने के लिये हमें एक बार फिर श्री मोदी को केंद्र की सत्ता में हर हाल में लाना होगा। उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार ने गरीबों के लिये बिजली कनेक्शन, घर और रसोई गैस सिलेंडर देेने समेत कई योजनायें शुरू की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा की सफलता “मेरा बूथ सबसे मजबूत” पर ही आधारित होगा।