नयी दिल्ली । कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्रसिंह हुड्डा के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए इसकी निंदा की है और अधिकारियों को चेतावनी दी है कि राजनीतिक आकाओं के इशारे पर काम करने वालों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने शुक्रवार को यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार राजनीतिक विरोधियों की आवाज दबाने, उन्हें डराने और धमकाने के लिए उनके खिलाफ सीबीआई तथा प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर जांच एजेसिंयों की छवि धूमिल कर रही है। इसी का परिणाम है कि सीबीआई की साख दांव पर लगी हुई है और इस प्रमुख एजेंसी के शीर्ष पद पर नियुक्ति को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने इस छापेमारी को विरोधियों की आवाज दबाने की कार्रवाई करार दिया लेकिन कहा कि कांग्रेस नेतृत्व इससे घबराएगा नहीं और ना ही किसी तरह के दबाव में आएगा। उन्होंने कहा कि श्री मोदी सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर आम चुनावों के मद्देनजर विपक्ष के बड़े नेताओं की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन देश की जनता भाजपा की कोशिश को समझती है और उसके झांसे में आने वाली नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि सीबीआई का दुरुपयोग सिर्फ कांग्रेस के बड़े नेताओं के खिलाफ ही नहीं किया जा रहा है बल्कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई प्रमुख नेताओं को सीबीआई के नाम पर डराने और धमकाने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र इस तरह से नहीं चलता और ना ही सत्ता का दुरुपयोग इस तरह से किया जाता है।
गौतलब है कि सीबीआई ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री हुड्डा के रोहतक स्थित निवास पर आज छापेमारी की। श्री हुड्डा कुछ दिनों से जींद उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए रोहतक में थे।