नयी दिल्ली । कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर असली मुद्दों से हटने और बचने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि वह राजनीतिक फायदा लेने लिए लोगों की भावनाओं से खेलने का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री पिछले पांच साल के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियोंं पर चर्चा करने से बच रहे हैं। उनके शासनकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था डगमगा गयी और तमाम संकेतक इसकी गवाही दे रहे हैं। निर्यात का स्तर पर 2014 के समान है और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश घट रहा है। युवाओं के लिए रोजगार नहीं है और पूंजीगत निर्माण नहीं हो रहा है। कारखाने बंद हो रहे हैं।
उन्होेंने कहा कि मोदी अपने भाषणों में इन ज्वलंत मुद्दों चर्चा नहीं कर रहे हैं बल्कि ‘देश की मजबूती’ की बात कर रहे हैं। देश के मजबूत बनने की सतत् प्रक्रिया है लेकिन प्रधानमंत्री ने खुद ही को देश समझ लिया है।
शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी पर चुनावों में बेहिसाब धन खर्च करने आरोप लगाते हुए कहा कि जितने संसाधन लोकसभा चुनावोें में लगाये जा रहे हैं उनमें से 90 प्रतिशत पर भाजपा का कब्जा है। चुनावों की घोषणा करने से पहले करोड़ों रुपए के विज्ञापन मीडिया संस्थानों को दिये गये हैं। ये जनता का धन है जो एक पार्टी की छवि चमकाने के प्रयास में खर्च किया गया जिसका लोगों को कोई लाभ नहीं मिला। उन्हाेंने अारोप लगाया कि भाजपा का प्रचार खर्च भारत में कार्य कर रही कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सम्मिलित खर्च से ज्यादा है।
शर्मा ने कहा कि मोदी की अर्थ नीतियों ने देश काे वित्तीय घाटे की ओर धकेल दिया है। सरकार उधारी पर चल रही है। कर्ज पर चलने वाला कोई देश मजबूत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मोदी चुनाव प्रचार में सेना का इस्तेमाल कर रहे हैं। कांग्रेस इसे पूरी तरह से खारिज करती है और मानती है कि देश का कोई भी व्यक्ति सेना का शासन नहीं चाहता है। उन्होेंने मोदी पर अधिनायकवादी प्रवृत्ति अपनाने का आरोप भी लगाया।
नीति आयोग को खत्म करने के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बयान का समर्थन करते हुए शर्मा ने कहा कि यह संस्थान आंकड़ों में हेरा-फेरी करने और उन्हें दबाने वाला बन गया है। योजना आयोग के गठन का प्रस्ताव तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पहली मंत्रिमंडल की बैठक में पारित हुआ था और इसे समाप्त करना एक आपराधिक कार्य है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी से वर्ष 2014 के दौरान किये गये वादों का हिसाब मांगा जाएगा और उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। नोटबंदी आैर वस्तु एवं सेवाकर कर प्रणाली काे हड़बड़ी में लागू करने का हिसाब देना होगा।