मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष प्रस्तुत हुए।
ईडी के समक्ष पेश होने से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता देशमुख ने एक संवाददाता सम्मेलन में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को खुद फरार बताया। सिंह ने देशमुख पर रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए थे।
ईडी सूत्रों ने कहा कि एजेंसी महाराष्ट्र पुलिस संस्थान में करीब 100 करोड़ की रिश्वत सह रंगदारी रैकेट मामले में 71 वर्षीय नेता देशमुख का बयान धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत बयान दर्ज करेगी।
परमबीर ने उन पर राज्य पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे जिसके बाद पूर्व मंत्री देशमुख को इस साल अप्रैल में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हाल में देशमुख ने ईडी की ओर से जारी चार समन की अनदेखी कर दी थी लेकिन बॉम्बे उच्च न्यायालय ने जब इन समन को खारिज करने से इंकार कर दिया ताे उन्हें सोमवार को एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष हाजिर होना पड़ा।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों के आधार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने देशमुख और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया है।