अजमेर। राजस्थान में अजमेर की महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर आज लखनऊ (उत्तरप्रदेश) से आए प्रो. अनिल कुमार शुक्ला ने पदभार ग्रहण कर लिया।
लंबे समय से यहां रिक्त चल रहा कुलपति का पद अब प्रो. शुक्ला के आने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन के लिए सहायक रहेगा क्योंकि अब पूर्णकालिक कुलपति विश्वविद्यालय को मिल गया।
प्रो. शुक्ला ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि बेहतरीन शिक्षा प्रबंधन उनकी प्राथमिकता रहेगी। विश्वविद्यालय में शिक्षकों एवं छात्रों का अभाव अपने आप में चुनौतीपूर्ण कार्य है। साथ ही विश्वविद्यालय रिश्वतखोरी के मामले में जिस तरह बदनाम हुआ उसकी पैंठ बनाना भी महत्वपूर्ण है।
शुक्ला ने कहा कि वह विश्वविद्यालय के हर एक पहलू को बारीकी से समझने के बाद विश्वविद्यालय हित में फैसले लेंगे और समय पर परीक्षाओं से लेकर आगे तक के कार्यक्रम हो। यह उनका पहला प्रयास होगा।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने 29 अक्टूबर को प्रो. शुक्ला की यहां नियुक्ति के आदेश दिए थे। वे लखनऊ में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर दो साल बकाया होने के बावजूद अजमेर लाए गए है। इससे पहले वे बरेली रोहेलखंड यूनिवर्सिटी के कुलपति भी रह चुके हैं।
अजमेर में विश्वविद्यालय पहुंचने पर विश्वविद्यालय के प्राचार्य व कार्मिकों ने उनका गुलदस्तों के साथ स्वागत किया। विश्वविद्यालय के अधीन अजमेर, नागौर, टोंक, भीलवाड़ा के महाविद्यालय आते हैं जिन्हें अब नए कुलपति से अनेक अपेक्षाएं है।