नयी दिल्ली । भारत के लेग स्पिनर अनिल कुंबले की एक पारी में सभी 10 विकेट लेने की अभूतपूर्व उपलब्धि को गुरूवार को 20 साल पूरे हो गए।
कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ आज ही के दिन दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में 26.3 ओवर में 74 रन पर 10 विकेट लेकर भारत को दूसरे टेस्ट में 212 रन से जीत दिलाई थी जिससे दो मैचों की सीरीज 1-1 से ड्रा रही थी।
भारत ने पाकिस्तान के सामने 420 रन का लक्ष्य रखा था जिसका पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम 60.3 ओवर में 207 रन पर सिमट गयी। कुंबले इस प्रदर्शन के साथ टेस्ट इतिहास में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद दूसरे गेंदबाज बन गए। ऑफ स्पिनर लेकर ने जुलाई 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी में सभी 10 विकेट लिए थे।
कुंबले के ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद कोई भी गेंदबाज पारी में 10 विकेट हासिल करने की उपलब्धि तक नहीं पहुंच सका। कुंबले के इस प्रदर्शन के बाद श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने 2002 में एक पारी में 9 विकेट, श्रीलंका के लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेरात ने 2014 में 9 विकेट और दक्षिण अफ्रीका के लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव महाराज ने 2018 में 9 विकेट हासिल किये लेकिन कोई भी 10 विकेट पूरे नहीं कर पाया।
भारतीय लेग स्पिनर ने पाकिस्तान की पहली पारी में 24.3 ओवर में 75 रन पर चार विकेट लिए थे और दूसरी पारी में 10 विकेट लेकर उन्होंने मैच में 14 विकेट पूरे किये। पाकिस्तान की दूसरी पारी में तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 12 ओवर, वेंकटेश प्रसाद ने 4 ओवर और ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने 18 ओवर डाले लेकिन सभी विकेट कुंबले की झोली में गए।
कुंबले ने सईद अनवर, शाहिद आफरीदी, इजाज अहमद, इंजमाम-उल-हक़, मोहम्मद यूसुफ, मोईन खान, सलीम मलिक, कप्तान वसीम अकरम, मुश्ताक अहमद और सक़लैन मुश्ताक को आउट किया। कुंबले के 10 शिकारों में पांच खिलाड़ी कैच आउट हुए, तीन पगबाधा हुए जबकि दो बोल्ड हुए।
कुंबले ने उस ऐतिहासिक पल को याद करते हुए कहा, “मुझे आज भी अपना एक-एक विकेट याद है। ऐसा लग रहा था कि कोई दैवीय शक्ति थी जिसके कारण मैं सभी 10 विकेट ले सका। पूरी टीम चाहती थी कि मैं 10 विकेट लूं। मुझे याद है कि श्रीनाथ ने पारी की समाप्ति की तरफ एक बेहद खराब ओवर फेंका था ताकि मैं 10 विकेट पूरे कर सकूं।”