जकार्ता । भारत के रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की अनुभवी जोड़ी ने 18वें एशियाई खेलों में गुरूवार को टेनिस प्रतियोगिता में अपने पुरूष युगल सेमीफाइनल मैच को 2-1 से जीतकर स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश कर लिया, लेकिन कड़े संघर्ष के बावजूद महिला एकल खिलाड़ी अंकिता रैना को सेमीफाइनल में 0-2 से हार झेलनी पड़ी जिससे उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
बोपन्ना और दिविज की अनुभवी जोड़ी ने पुरूष युगल सेमीफाइनल मैच में जापान के काइतो सूसुगी तथा शो शिमाबुकरो को 4-6, 6-3, 10-8 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया और देश के लिये पदक पक्का कर दिया। भारतीय जोड़ी ने एक घंटे 12 मिनट तक चले मैच में कुल 28 विनर्स लगाये औरपहले सर्व पर 82 फीसदी अंक जीते। उन्होंने 13 बेजां भूलें भी कीं जबकि विपक्षी जापानी खिलाड़ी ने मैच में 17 बेजां भूलें की और तीन डबल फाल्ट किये।
महिला एकल सेमीफाइनल में अंकिता के सामने चीनी खिलाड़ी शुआई झांग का अनुभव काम आया जिन्होंने लगातार कई मौकों पर अंकिता से कड़ी टक्कर मिलने के बावजूद 6-4, 7-6 से दो घंटे 11 मिनट में जीत अपने नाम कर फाइनल में जगह बना ली। अंकिता ने मैच में झांग के 38 की तुलना में 26 विनर्स लगाये। उन्होंने पहले सर्व पर 73 फीसदी अंक जुटाये लेकिन 15 में से नौ ब्रेक अंकों को भुना पायीं जबकि झांग ने 15 में से 11 ब्रेक अंकों को भुनाया।
भारतीय खिलाड़ी को सेमीफाइनल मैच में हार के साथ अब कांस्य पदक से संतोष करना होगा। उनके अलावा चीनी ताइपे की शुओ एन लियांग भी कांस्य विजेता बनीं। अंकिता के लिये हालांकि मिश्रित युगल में बोपन्ना के साथ अभी एक और पदक की उम्मीद बनी हुई है जहां वह क्वार्टरफाइनल मैच में मेजबान इंडोनेशियाई जोड़ी क्रिस्टोफर बेंजामिन रूंगत और अल्दीला सुतजियादी के खिलाफ उतरेंगे।
प्रीति