अजमेर। राजस्थान राज्य एएनएम, एलएचवी एसोसिएशन की अजमेर ईकाई के बैनर तले जिले की सभी महिला कार्यकर्ता शनिवार को दूसरे दिन भी धरने पर डटी रहीं।
धरना स्थल पर मौजूद एएनएम का कहना है कि बीती 27 तारीख से हमारे संगठन का जयपुर में धरना चल रहा है, लेकिन सरकार ने अभी तक कोई सकारात्मक फैसला नहीं लिया। अब जिला मुख्यालय पर भी अनिश्चितकालीन हडताल तथा धरना देकर हम सरकार को हमारी मांगों के प्रति ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं।
एक एएनएम हमेशा 24 घंटे की नौकरी पर होती है। ग्रामीण क्षेत्र में सामान्य चिकित्सा से लेकर डीलीवरी कराने का जिम्मारी निभाते हैं। इसका कोई समय निर्धारित नहीं होता। दिन रात कभी भी जरूरत पडने पर हमें सेवा देनी होती है। कार्य समयावधि निर्धारित नहीं होने से 24 घंटे नौकरी पर रहने के समान है। इसके बदले हमें सरकार कोई अतिरिक्त लाभ नहीं देती।
सातवां वेतन आयोग लागू कर दिया गया लेकिन उसमें भी वेतन विसंगतियों के चलते एएनएम को इसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा। हमें 2800 की पे ग्रेड दी जा रही है इसें बदल कर 3600 किया जाना चाहिए। स्थाई एएनएम को पेंशन लाभ दिया जाए।
हर एएनएम अपने सेंटर पर चपरासी, चिकित्सा, सफाईकर्मी और फील्ड वर्क जैसे सभी काम खुद करती है। गांवों में सरकार की योजनाओं को आगे बढाने का काम भी एएनएम के जिम्मे डाल दिया जाता है। एएनएम अपने पूरे सेवाकाल में इसी पद से सेवानिवृति हो जाती है, अत एएनएम को भी पदोन्नति का लाभ दिया जाना चाहिए।