सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिले के कोरोना हॉस्पीटल को बड़ा विस्तार दे दिया गया है। जिला चिकित्सालय का मुख्य भवन में सौ बैड की व्यवस्था करके आइसोलेशन वार्ड तैयार करके उसमें कोविड संदिग्ध व्यक्तियों को आइसोलेशन में रखना शुरू कर दिया है।
वहीं राजकीय महाविद्यालय के भवन को भी रविवार को अधिगृहित कर लिया गया है। इसमें सौ बैड की व्यवस्था की जाएगी। आवश्यकता पडऩे पर राजकीय पुराना भवन विद्यालय को भी कोरोना हॉस्पीटल के रूप में काम में लिया जाने का विकल्प खुला रखा गया है।
पीएमओ डॉ ग्रोवर ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय से जिला चिकित्सालय से जुड़ी दीवार को आयुष भवन के पास की दीवार तोडक़र दोनों परिसरों में आवागमन की व्यवस्था की गई है। राजकीय महाविद्यालय के प्रशासनिक कार्य विज्ञान परिसर से किया जाएगा। वैसे सेंट पॉल और इमानुअल स्कूल जैसे स्कूलों को भी विकल्प के रूप में रखा गया है।
-ताकि बाहर से न हो संपर्क
पैलेस रोड जिला प्रशासन ने कोविड हॉस्पीटल को शुरू करने के लिए ऐसी व्यवस्था रखी है कि यदि खुदा न खास्ता कोई पॉजीटिव केस मिलता है तो उसका संपर्क पैलेस रोड पर आने जाने वाले लोगों से भी नहीं रहे। इतना ही नहीं कोविड हॉस्पीटल की हर व्यवस्था को पूरी तरह से आइसोलेटेड रखने के लिए जिला चिकित्सालय के मुख्य भवन से सटे भवनों को अधिगृहित करने को निर्णय किया गया है।
पीएमओ डॉ दर्शन ग्रोवर ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय के लॉ कॉलेज का भवन कोविड ओपीडी बनाया जाएगा। इसके पास के कमरे में ही सेंपलिंग के लिए लैब बनाई जाएगी। जिला चिकित्सालय के मुख्य भवन में भी कोविड पॉजीटिव और नेगेटिव लोगों के लिए अलग-अलग एग्जिट और एंट्रेंस रखा गया है। जिससे किसी का आपस में कोई भी संपर्क न हो।
इतना ही नहीं यदि कोई गंभीर मरीज आता है और उसके एडवांस चिकित्सा के लिए उदयपुर या जोधपुर रेफर करना पड़ता है तो उसके लिए भी अलग ही एग्जिट की व्यवस्था की गई है। राजकीय महाविद्यालय में कोविड पॉजीटिव मरीजों की बैडशीटों के वाशिंग ऐरिया, चिकित्सा स्टाफ के रहने और सौ बैड की व्यवस्था होगी। यह पूरी व्यवस्था आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार की गई है।
-यहां होगी बाय पेप और सी पेप
जिला चिकित्सालय में कोविड वार्ड में बाय पेप और सी पेप मशीनें दोनों होंगी। इन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ या सिलेंडर के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। डॉ ग्रोवर ने सबगुरु न्यूज को बताया कि बाय पेप या सी पेप मशीनों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाने पर ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने की जरूरत नहीं पडेगी।
ऑक्सीजन कंसट्रेटर बाय पेप और सी पेप मशीनों के साथ लगाने पर वातावरण की ऑक्सीजन को ही एकत्रित करके मरीज को दी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिला चिकित्सालय के पास सात में से छह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वर्किंग कंडीशन में हें। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं होने पर इन मशीनों को ऑक्सीजन सिलेंडर से जोडक़र भी काम में लिए जाने की व्यवस्था है।
-चार कैटेगरी के हिसाब से व्यवस्था
दरअसल, जिला मुख्यालय में कोविड मरीजों और संदिग्धों की चार कैटेगरी बनाई गई है। इनमें एक जो पॉजीटव हैं। इन्हें हॉस्पीटल में आइसोलेशन में रखा जाएगा। दूसरी केटेगरी में पाजीटिव के क्लोज कॉन्टेक्ट में आने वाले। तीसरी कैटेगरी में उनक संदिग्धों को रखा गया है जिनका सेंपल टेस्टिंग के लिए गया है। चौथी श्रेणी में उन मरीजों को रखा गया है जो पॉजीटिव थे, लेकिन उपचार के बाद नेगेटिव हो गया है और उन्हें 14 दिनों के लिए कोरेंटाइन में रखना जरूरी है।
-ऐसे होगा उपचार
फिलहाल सिरोही में कोई कोविड पॉजीटिव मरीज नहीं आया है। लेकिन, आता है तो उसका उपचार कैसे होगा इसके लिए भी आईसीएमआर की गाइडलाइन आ चुकी है। पीएमओ ने बताया कि सिरोही में यदि कोई पॉजीटिव केस आता है तो उसका मेडीसनल ट्रीटमेंट किया जाएगा। उसके लिए इस गाइडलाइन को फिजीशियंस को देकर रोटेशन वाइज ड्यूटी लगाई जाएगी।
-इनका कहना है…
मुख्य भवन को पूरी तरह से कोविड हॉस्पीटल में बदल दिया है। ओपीडी महिला चिकित्सालय वाले परिसर में शिफ्ट कर दिया है। आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत संपूर्ण काम करते हुए राजकीय महाविद्यालय को भी अधिगृहित कर लिया गया है। जरूरत पडऩे पर और एक्सपेंशन के विकल्प खुले हैं।
डॉ दर्शन ग्रोवर
पीएमओ, जिला चिकित्सालय, सिरोही।
महाविद्यालय भवन को कोविड हॉस्पीटल के रूप में तब्दील किये जाने के लिए भवन की सुपुर्दगी कर दी है। महाविद्यालय का स्टाफ भी नॉन टेक्नीकल स्टाफ के रूप में ड्यूटी पर रहेगा।
डॉ केके शर्मा
प्राचार्य, राजकीय महाविद्यालय सिरोही।
हमने दो सौ बैड की व्यवस्था कर ली है। आगे के लिए भी तैयारी है। चार कैटेगरी के अनुसार सबको रखने की व्यवस्था जिला कोविड हॉस्पीटल की गाइडलाइन के तहत की है।
भगवती प्रसाद
जिला कलक्टर, सिरोही।