सीधी/भोपाल। पत्रकार और रंगकर्मियों के साथ मध्यप्रदेश के सीधी कोतवाली थाने में अमानवीय व्यवहार संबंधी फोटो वायरल होने का मामला पूरी तरह शांत हो भी नहीं पाया है कि इसी जिले से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी सार्वजनिक तौर पर युवक को बेरहमी से पीटता हुआ नजर आ रहा है।
इस वीडियो में दिखाई दे रहा है पुलिस कर्मचारी एक युवक को वाहन में बिठाने का प्रयास कर रहे हैं। उसे कुछ कर्मचारी पकड़ लेते हैं और एक कर्मचारी उसे लाठी से बेरहमी से पीट रहा है। युवक जमीन पर गिर गया, उसके बाद भी उस पर हमला जारी था।
यह घटना पुरानी बताई गई है, जिसमें एक स्थानीय युवक को तत्कालीन अमिलिया थाना प्रभारी और पुलिस पीटती हुई दिख रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद जिला पुलिस के साथ ही प्रदेश पुलिस भी सक्रिय हो गई है।
सीधी कोतवाली थाने में हाल ही में एक घटना घटी है, जिसमें पुलिस अधिकारी कर्मचारियों ने एक पत्रकार और कुछ रंगकर्मियों को थाने के लॉकअप में बंद करने के दौरान उनके लगभग पूरे वस्त्र उतरवा लिए थे। यही नहीं इसके फोटो भी निकालकर सोशल मीडिया पर वायरल कराए गए।
मामले के तूल पकड़ने पर काफी दबाव बना, तब कहीं जाकर कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह को पहले लाइन हाजिर और बाद में निलंबित किया गया। बताया गया है कि अभिषेक सिंह भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान कोतवाली थाने में मौजूद थे।
कोतवाली थाने में हुई घटना के संबंध में बताया गया था कि स्थानीय प्रभावशाली राजनेता के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखने के चलते कुछ गिरफ्तारियां हुई थीं। उसी का विरोध करने पहुंचे लोग थाना परिसर के आसपास नारेबाजी कर रहे थे।
पुलिस कर्मचारी उन्हें हिरासत में लेकर अंदर थाने में आ गए और फिर उनके कपड़े तक उतरवाकर उनके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कराए। इस कार्रवाई का विरोध करने वालों का तर्क है कि भले ही हिरासत में लिए गए व्यक्ति आरोपी हों, उनके खिलाफ कानूनसम्मत कार्रवाई की जाना चाहिए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मारपीट संबंधी ताजा वायरल हुआ वीडियो पुलिस प्रशासन के संज्ञान में आया है और इस संबंध में पड़ताल की जा रही है।