रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित अंतागढ़ टेपकांड के लिए गठित एसआईटी को जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने वायल सैंपल देने से इंकार ही नहीं किया बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एसआईटी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया।
जोगी को वायस सैपल देने के लिए एसआईटी ने आज तलब किया था। जोगी बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजधानी के गंज थाने पहुंचे और उसके गेट पर खड़े होकर प्रदर्शन किया। इसी थाना परिसर में एसआईटी का कार्यालय है। प्रदर्शन के बाद वह वापस लौट गए, और वायस सैंपल नहीं दिया। इस मामले में मुख्य आरोपी मन्तूराम पवार ने भी कल वायस सैंपल देने से मना कर दिया था।
जोगी ने इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एसआईटी को बताना चाहिए कि किस नियम के तहत उसे वायस सैंपल चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अलग से सैंपल नहीं देंगे, मीडिया के जरिए वह वायस सैंपल दे रहे हैं। उन्होंने कथित आडियो टेप जिसकी एसआईटी जांच कर रही है, उसका सम्पादन हुआ है और कई क्लिप को मिक्स कर उसे तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि फर्जी आडियो टेप तैयार करने वाले पर कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल 2014 में अंतागढ़ में विधानसभा उप चुनाव हुआ था जिसमें कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी मन्तूराम पवार ने नामवापसी के अन्तिम क्षण में नाम वापस ले लिया था। इसके कुछ वर्ष बाद एक आडियो टेप सामने आया था जिसमें कथित रूप से पवार की इसके लिए करोडो रूपए की डील जोगी के माध्यम से तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के दामाद की बातचीत का सामने आया था। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले की जांच एसआईटी गठित कर उसे सौंप दी है।