नई दिल्ली। कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के मद्देनजर नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन को हटाने के लिए एक अर्जी उच्चतम न्यायालय में दाखिल की गई है।
याचिकाकर्ता ने देश के किसी भी हिस्से में हो रहे इस तरह के धरना-प्रदर्शन को ख़त्म करने के निर्देश देने का भी अनुरोध किया है।
भाजपा के पूर्व विधायक और शाहीन बाग मामले में मूल याचिकाकर्ता नंद किशोर गर्ग ने कोरोना वायरस के प्रकोप की आशंका को ध्यान में रखते हुए संबंधित इलाके से प्रदर्शनकारियों को हटाने के निर्देश देने का अनुरोध किया है।
अर्जी में कहा गया है कि कोरोना वायरस लोगों के सम्पर्क में आने से बढ़ता है और जब सर्वोच्च न्यायालय से लेकर सभी अदालतों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के प्रयास किये जा रहे हैं। स्कूल, कॉलेज, मॉल और सिनेमाघर बंद कर दिए गए हैं तो ऐसे में धरने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
अर्जी में कहा गया है कि अगर देश के किसी भी हिस्से में ऐसा कोई प्रदर्शन हो रहा है तो उस पर भी रोक लगाने के निर्देश जारी किए जाने चाहिए।