जैसलमेर। राजस्थान में जैसलमेर जिले के पोकरण फायरिंग रेंज में भारतीय सेना के मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन मार्क वन का आज शक्ति प्रदर्शन हुआ।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि अर्जुन टैंक के अल्फा उन्नत संस्करण ने कई गोले दागकर दुश्मन के छद्म ठिकानों को नेस्तनाबूत किया। अर्जुन टैंक से सेना की ताकत में इजाफा हुआ है। इसे पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है।
प्रदर्शन के दौरान कोणार्क कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास, बैटल एक्स डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल अजीतसिंह गहलोत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस उन्नत टैंक की फायरिंग क्षमता को देखने के लिए उपस्थित रहे। वर्तमान परिदृश्य और चुनौतियों को देखते हुए मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन मार्क वन अल्फा का अग्नि शक्ति प्रदर्शन किया गया।
सूत्रों ने बताया कि यह अर्जुन टैंक का एक उन्नत संस्करण है। जिसमें अर्जुन टैंक की क्षमताओं को विभिन्न मापदंडों और रेगिस्तान में उन्नत संस्करण में जांचा गया है। यह टैंक सेना की भविष्य की सभी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। यह स्वदेशी रूप से डीआरडीओ और संयुक्त वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान चेन्नई द्वारा देश में निर्मित किया गया है।
इस नए अग्रिम संस्करण में फायरिंग प्रणाली को स्वचालित आग नियंत्रण प्रणाली निर्देशित मिसाइलों के साथ उन्नत किया गया है। इसमें कई अन्य विशेषताएं भी है जो सेना की फायरिंग क्षमता को बढ़ाएंगी और मजबूत करेंगी।
लेफ्टिनेंट जनरल पीएस मिन्हास जैसलमेर पहुंचे और पोकरण फायरिंग रेंज में गोलाबारी की क्षमता और इस अग्रिम संस्करण में किए गए बदलावों को देखा। यह टैंक एंटी एयरक्राफ्ट गोले दाग सकता है जिसकी वजह से भारतीय सेना की फायरिंग क्षमता भी बढ़ गई है।