नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे पांच दिन की यात्रा पर गुरूवार को बांग्लादेश रवाना हो गये।
पाकिस्तान पर 1971 की लड़ाई में जीत के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर मनाये जा रहे स्वर्णिम विजय वर्ष समारोह के बीच जनरल नरवणे की इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जनरल नरवणे शिखा अनिर्बान जाकर मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वह बांग्लादेश की तीनों सेनाओं के प्रमुखों से अलग अलग मुलाकात करेंगे। वह बंगबंधु शेख मुजीब उर रहमान के स्मारक पर भी जायेंगे और उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
रविवार को वह बांग्लादेश के विदेश मंत्री के साथ ढाका में मुलाकात करेंगे और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान से संबंधित एक सेमिनार में व्याख्यान देंगे। वह सोमवार को माली और दक्षिणी सूडान में संयुक्त राष्ट्र के फाेर्स कमांडरों के साथ बात करेंगे। वह संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी दायरे के तहत आयोजित बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास के समापन समारोह में भी शामिल होंगे। इस अभ्यास में भारत, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका की सेना हिस्सा ले रही हैं। इसके अलावा इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, तुर्की तथा सऊदी अरब और कुछ अन्य देशों के पर्यवेक्षक भी शामिल हैं।
जनरल नरवणे की इस यात्रा से दोनों देशों की सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंध और भी गहरे होंगे तथा सामरिक महत्व के विभिन्न विषयों पर उनके बीच तालमेल तथा सहयोग भी मजबूत होगा।