चंडीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक मुद्दे पर सेना का राजनीतिकरण किये जाने के केन्द्र के प्रयासों की निंदा करते हुये आज कहा कि वह राजनीतिक लाभ के लिये सेना का इस्तेमाल करने के पक्ष में नहीं हैं।
जोधपुर नजरबंदों को मुआवजे का चैक देने के बाद उन्होंने आज यहां पत्रकारों से कहा कि सेना की कार्यवाई को राजनीतिक लाभ या चुनावी लाभ के लिये कतई इस्तेमाल न किया जाये।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केन्द्र सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक्स को बार बार राजनीतिक रंग दिया । उन्होंने कहा कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक्स का वह कथित वीडियो नहीं देखा जिसे एक टीवी चैनल ने जारी किया है।
मुख्यमंत्री ने प्रतिपक्ष के नेता सुखपाल खेहरा पर सियासी तथा निजी लाभ के लिये नशों के मुद्दे को बार बार उठाये जाने का आरोप लगाया और कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अपनी फोटो अखबारों तथा चैनलों पर देखना चाहते हैं।
कैप्टन ने दावा किया कि उनकी सरकार नशों के सफाये के लिये बेहतर ढंग से काम कर रही है तथा इसी कारण नशों के तस्कर इस समय दबाव में हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय तकरीबन दस हजार तस्कर जेलों में हैं। नशों का एक सरगना हांगकांग जेल में है तथा उसके प्रत्यार्पण की कोशिशें की जा रही हैं । नशे के तीन बड़े सप्लायर भारत छोड़ चुकेे हैं। नशा विरोधी मुहिम के नतीजों के कारण हेरोइन महंगी हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को नशे से मुक्त कराने के लिये पुलिस तथा जनता अौर सरकार को मिलकर कोशिश करने की जरूरत है।