उदयपुर। आयुर्वेद व भारतीय चिकित्सा विभाग तथा आयुर्वेद निदेशालय की ओर से उदयपुर के राजकीय फतह सीनियर सैकंडरी स्कूल में आयोजित चार दिवसीय राज्य स्तरीय आरोग्य मेला मंगलवार को सम्पन्न हो गया। चार दिवसीय मेले में करीब एक हजार से ज्यादा विभिन्न बीमारियों से ग्रसित रोगियों ने यूनानी इलाज करवाकर स्वास्थ्य लाभ लिया। वहीं हजार की तादाद में लोगों ने इसका अवलोकन किया।
यूनानी चिकित्सक डॉ मोहम्मद रोशन ने बताया कि यूनानी के अनुसार मानव शरीर चार मूलभूत तत्वों (आग, हवा, मिट्टी, और पानी) से बना है। यूनानी सिद्धांत के अनुरूप ये तत्व शरीर के अखलात यानी बलगम, खून, सफरा (पीला पित्त) और सौदा (काला पित्त) के साथ संतुलन बनाकर सेहत बनाते हैं। इनमें गड़बड़ी होने या मात्रा में बढ़ोत्तरी से रोग जन्म लेते हैं।
इन अखलात व तत्वों के अनूठे मिश्रण से हर व्यक्ति का मिजाज तय होता है। ये मिजाज चार कैफियत (गर्म, ठंडा, गीला व सूखा) पर आधारित हैं। इसके अलावा तत्वों व कैफियत के साथ में काम करने से एक नया कंपाउंड (यौगिक पदार्थ) बनता है जिसे खिलत् कहते हैं। इससे व्यक्ति का मिजाज बदलकर गर्म-गीला, गर्म-सूखा, ठंडा-गीला और ठंडा-सूखा बन जाता हैं।
आरोग्य मेला शिविर में डॉ निसार अहमद, डॉ सरफराज अहमद, डॉ फिरोज खान, डॉ मोहम्मद अकमल, डॉ शमसुल हसन, डॉ मो शकील, डॉ फारूक खान, डॉ ज्योती कुलकर्णी, डॉ गुलनाज परवीन, खुर्शीद खान अन्य चिकित्सक एवं कर्मचारियों अपनी सेवाएं दीं।