जयपुर। राजस्थान में दस जून को राज्यसभा की चार सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को सेंधमारी से बचाने के लिए आज उदयपुर के लिए रवाना किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्यसभा के चुनाव तक इन विधायकों को उदयपुर की एक होटल में रखा जायेगा। कांग्रेस की दो दिन की कार्यशाला के समापन के बाद कांग्रेस के विधायक एवं अन्य नेताओं को मुख्यमंत्री निवास पर लंच के लिए बुलाया गया और बाद में विधायक उदयपुर के लिए रवाना हुए। बस रवाना होते समय करीब 45 विधायक उसमें रवाना हुए जिसमें लगभग 40 कांग्रेस एवं कुछ निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
इनमें मंत्री टीकाराम जूली, हेमाराम चौधरी, डॉ. सुभाष गर्ग, सुखराम विश्नोई सहित अन्य मंत्री शामिल है। इनके अलावा विधायक डा जितेन्द्र सिंह, राजेन्द्र पारीक, चेतन डूडी, अमित चाचाण, इंद्राज गुर्जर, मुकेश भाकर एवं रामनिवास गावड़ियां सहित तीन दर्जन से अधिक शामिल हैं। बस के रवाना होते समय सभी विधायकों ने जीत का चिह्न दिखाया।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा की चार सीटों पर हो रहे चुनाव में कांग्रेस के तीन उम्मीदवार और एक भाजपा एवं एक भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और विधायकों की संख्या बल के आधार पर कांग्रेस के दो एवं भाजपा के एक उम्मीदवार की जीत पक्की मानी जा रही हैं जबकि चौथी सीट पर दोनों ही पार्टियों के पास पर्याप्त बहुमत नहीं हैं और वह निर्दलीय एवं क्षेत्रीय दलों के सहयोग पर निर्भर रहना होगा। ऐसे में कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ही पार्टियां अपने विधायकों को सेंध से बचाने के लिए एक स्थान पर इन्हें एकत्रित रखना चाह रही है।
बताया जा रहा है कि इसी तरह भाजपा भी अपने विधायकों को प्रशिक्षण शिविर के रुप में एक जगह पर रखने वाली है। इस चुनाव में कांग्रेस ने महासचिव रणदीप सुरजेवाला, राजस्थान के पार्टी प्रभारी रहे मुकुल वासनिक एवं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी को टिकट दिया हैं। इनके अलावा सांसद सुभाष चन्द्रा भाजपा के समर्थन से निर्दलीय के रुप में चुनाव लड़ रहे हैं।