कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा के सातवें चरण का चुनाव सोमवार को छिटपुट हिंसा की घटनाओं को छोड़कर आमतौर पर शांतिपूर्वक संपन्न हो गया और 5:30 बजे तक करीब 75.06 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
सातवें चरण में 34 सीटों के लिए मतदान हुआ। इस चरण में 268 उम्मीदवार मैदान में थे। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे।
मुर्शिदाबाद जिले में सबसे अधिक 80.37 फीसदी मतदान हुआ और इसके बाद दक्षिण दिनाजपुर में 80.25 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। कोलकाता में 60.03 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। चुनाव आयोग के अनुसार मतदान प्रतिशत अभी बढ़ने की संभावना है। कुछ स्थानों से हिंसा की मामूली घटनाओं खबरें मिली हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए अगले चरण के चुनाव से पहले केन्द्रीय बलों की वापसी की मांग की है। उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय की आज की चुनाव आयोग के खिलाफ की गई टिप्पणी का स्वागत किया है। गौरतलब है कि मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के तेज प्रसार के लिए चुनाव आयोग दोषी होने से बच नहीं सकता।
बनर्जी ने दक्षिण कोलकाता में भवानी पुर में एक मतदान केन्द्र पर मतदान किया। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो हरीश चटर्जी स्ट्रीट की निवासी हैं। उन्होंने मित्रा इंस्टीट्यूशन स्कूल में बनाए गए मतदान केन्द्र पर करीब 1150 बजे वोट डाला। उन्होंने व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे ही फोटाेग्राफरों को विक्टरी चिह्न दिखाया और कार में सवार होकर चली गई। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस को 200 सीटें मिलेंगी और भारतीय जनता पार्टी को 80 सीटें मिल सकती हैं।