भारत युएई के सबसे विशाल कोन्ग्लोमरेट डेन्यूब ग्रूप को लगता है की भारतीयों के लिए वीसा ओन अराईवल की ओफर एवं विदेश निवेशको के लिए 10 साल के लिए बढाई गई रेसिडन्सी परमिट की वजह से प्रगतिशील अर्थतंत्र में निवेश को ज्यादा बढावा मिलेगा।
भारतीय नागरिकोने दुबई के रियल एस्टेट में सबसे विशाल फोरेन ईन्वेस्टर ग्रूप बनाया है। उन्होंने पिछले पांच साल में मतलब की 2013 से 2017 के दौरान 83.65 बिलियन दिरहाम की प्रोपर्टी में निवेश किया है ऐसी जानकारी दुबई लेन्ड डिपार्टमेन्ट (डीएलडी) के अंको से प्राप्त हुई है।
डेन्यूबग्रूप के स्थापक एवं चेरमेन रिझवान साजनने बताया, ‘भारतीय नागरिक दुबई में सबसे बडी एकमात्र विदेशी जनसंख्या है, जिसके लिए सरकार का अनुमान है की युएई और भारत के बीच व्यापार वर्ष 2020 तक 100 बिलियन डोलर का होगा। युएई केबिनेट के हालिया दो निर्णय जिनमें विदेशी निवेशकों, योग्यताप्राप्त प्रोफेशनल्स एवं प्रतिभावंत छात्रों के लिए 10 साल तक रेसिडन्सी परमिट बढानी और प्राईवेट कंपनीओं की 100 प्रतिशत ओनरशीप देने की वजह से देश के रियल एस्टेट मार्केट में बडा निवेश अपेक्षित है।’
उन्होंने कहा था, ‘इसके अलावा योग्य समय पर योग्य संपत्ति खरीदना वह लंबे अरसे के लिए समजदारी से भरा निवेश बन सकता है और मुझ पर यकिन करें की युएई के रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करने के लिए यह सही समय है क्योंकी युएई सरकारने वेट लिस्ट में से रियल एस्टेट सेक्टर को शामिल नहीं किया है। सिर्फ अस्पतालो के अलावा कमर्शियल स्पेसिस ही वेट में शामिल है। प्रोपर्टीझ की किंमत कम हुई है एवं दुबई एक्स्पो 2020 के लिए माग ज्यादा बढ सकती है और इतना ही नहीं युएई उत्कृष्ट आरओआई के साथ सबसे आकर्षक निवेश के लिए सुरक्षित मार्केट है इसलिए भी माग बढ सकती है।
डेटा के अनुसार भारतीय निवेशको का विश्वास दुबई के सबसे आकर्षक रियल एस्टेट ईन्डस्ट्री में बढा है। बाहोश निवेशक के तौर पर भारतीय समजते है की वे उनके पैसों का रिटर्न प्राप्त करते है। क्योंकी युएई उज्जवल आर्थिक भविष्य, स्थिरता, अफोर्डेबिलिटी, वर्ग एवं अनुकूलन प्रदान करता है। इसके अलावा, दुबई सबसे किफायत प्रोपर्टी डेस्टिनेशन में से एक है।
युएई केबिनेट के मुताबिक भारतीय पासपोर्टधारक जो की मान्य अमेरिकी वीसा या ग्रीन कार्ड रखते है वे युएई में वीसा ओन अराईवल के लिए योग्यताप्राप्त है। टुरिस्ट वीसा 14 दिन के लिए मान्य होगा जिसमें अधिकतर फिस देकर सिंगल एक्स्टेन्शन का अवसर भी है। अमेरिका और अन्य विकसित देशो की तरह, युएई हंमेशा अपनी ओपन डोर पोलिसी, विदेशीओं के ईन्क्लुझन से लाभान्वित होता रहा है। विहै। यें उचित समय पर लिए गए निर्णय एवं उठाएं गएं कदम उज्जवल भावि के निर्माण के लिए है।