नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं निवर्तमान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाए जाने का अनुरोध किया है।
जेटली ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिख कर यह अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि आपके नेतृत्व में पांच साल सरकार का हिस्सा रहना उनके लिए बहुत सम्मान एवं गौरव की बात रही और बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। इससे पहले राजग की पहली सरकार में भी काम करने का सौभाग्य मिला। विपक्ष में रहते हुए भी पार्टी ने उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व दिए।
उन्होंने लिखा कि करीब 18 माह से वह गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों ने अधिकांश मौकों पर उन्हें इन चुनौतियों से उबारा। पत्र में निवर्तमान वित्त मंत्री ने मोदी से कहा कि प्रचार अभियान के समाप्त होने पर उनके केदारनाथ रवाना होने के पहले उन्हाेंने मौखिक रूप से उनसे (प्रधानमंत्री से) अनुरोध किया था कि वह अभियान के दौरान पार्टी की जिम्मेदारी उठाते रहे हैं लेकिन भविष्य में वह किसी जिम्मेदारी से दूर रहना चाहेंगे ताकि वह (जेटली) अपना उपचार करा सकें और स्वास्थ्य लाभ ले सकें।
जेटली ने कहा कि इस पत्र में वह औपचारिक अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें उपचार और स्वास्थ्य लाभ के लिए समय चाहिए। इसलिए वह नई सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास अपना काफी वक्त होगा और सरकार एवं पार्टी के लिए वह अनौपचारिक रूप से कुछ ना कुछ करते रहेंगे।