जयपुर। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में तिरंगा यात्रा निकाली।
केजरीवाल ने तिरंगा यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस ने 48 साल और भाजपा ने 18 साल राजस्थान में शासन किया, फिर भी किसान-मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं। वर्ष 1993 से भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर बारी-बारी से राजस्थान को लूटा है। ये एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं, लेकिन आज तक किसी को जेल नहीं भेजा, क्योंकि इनकी आपस में सेटिंग है।
उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के अंदर लड़ाई चल रही है। ये जनता के लिए नहीं बल्कि मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं वहीं मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूल ठीक कर दिए तो इनको बर्दाश्त नहीं हुआ और उनको जेल भेज दिया गया, क्योंकि ये स्कूल नही बना सकते। राजस्थान में भी दिल्ली जैसे शानदार स्कूल-अस्पताल बन सकते हैं, लेकिन इसके लिए ‘आप’ की ईमानदार सरकारी लानी होगी।
उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस और भाजपा वाले ये नहीं कह सकते हैं कि राजस्थान की जनता ने हमें मौका नहीं दिया। 48 साल बहुत होते हैं और 18 साल भी बहुत होते हैं। इसके बावजूद हम देख सकते हैं कि राजस्थान का क्या हाल है। राजस्थान में बहुत गरीब है। किसान-मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों को अपनी फसल के दाम नहीं मिल रहे हैं। बेरोजगारी और महंगाई है और पेपर लीक हो रहे हैं। पूरे राजस्थान का बहुत बुरा हाल है। शहीदों की वीरांगनाएं जब अपना हक मांगने जाती हैं, तो बेइज्जत करके वापस भेज दिया जाता है।
केजरीवाल ने वर्ष 1993 से लेकर आज तक राजस्थान में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस की सरकार बनती आई है। लोगों ने बारी-बारी कांग्रेस और भाजपा को मौका दिया और बारी-बारी दोनों ने राजस्थान को लूटा। जब भाजपा की सरकार आती है तो कांग्रेस वाले उन पर घोटाला करने का आरोप लगाते हैं।
जनता सोचती है कि कांग्रेस को मौका दो, ये इनको जेल भेजेंगे। लेकिन कोई जेल में नहीं जाता है। आज तक भाजपा वालों एक भी कांग्रेसी को जेल नहीं भेजा और कांग्रेस वालों ने भी एक भी भाजपा वाले को जेल नहीं भेजा। दोनों में बड़ी अच्छी सेटिंग है। लेकिन हमारी इनसे सेटिंग नहीं है, हमारी सेटिंग जनता से है। हमारा जनता के साथ रिश्ता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी पहले भाजपा-कांग्रेस चल रहा था। दिल्ली की जनता ने भाजपा और कांग्रेस की सफाई कर दी और आम आदमी पार्टी की सरकार बना दी। पहली बार कांग्रेस की जीरो सीट और भाजपा की तीन सीट आई थी। पंजाब के लोगों ने भी यही किया। वहां भी एक तरफ भाजपा-अकाली दल का गठबंधन था और दूसरी तरफ कांग्रेस थी और दोनों में पांच-पांच साल शासन करने को लेकर सेंटिंग थी। वहां भी जब आम आदमी पार्टी आई तो दोनों को साफ कर दिया और 117 सीटों में से आम आदमी पार्टी की 92 सीटें आईं। दिल्ली और पंजाब में लोग क्रांति ले आए और उसका असर पूरे देश की जनता देख रही है।