नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्रिमंडल के तीन सदस्य सरकार की तीन मांगों को स्वीकार किए जाने तक सोमवार को राजनिवास में धरने पर बैठ गए हैं।
केजरीवाल की अगुआई में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और श्रम मंत्री गोपाल राय उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने राजनिवास गए थे। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि जब तक उनकी मांगों को उपराज्यपाल मान नहीं लेते हैं वह धरने पर बैठे रहेंगे।
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा है कि उपराज्यपाल से तीन मांगे की गई हैं। इनमें पहली मांग दिल्ली सरकार में कार्यरत भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की हड़ताल तुरंत खत्म कराई जाने, दूसरी मांग काम रोकने वाले आईएएस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाने और तीसरी मांग राशन की दरवाजे पर आपूर्ति की योजना को मंजूर किए जाने के संबंध में है।
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कथित मारपीट के बाद आईएएस पिछले करीब चार माह से हड़ताल पर हैं।
सिसोदिया का कहना है कि उपराज्यपाल से मुलाकात और पांच बार पत्र लिखने के बावजूद आईएएस गैरकानूनी तरीके से पिछले तीन महीने से हड़ताल पर हैं। उपराज्यपाल ने अधिकारियों की हड़ताल खत्म कराने की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा यदि उपराज्यपाल अधिकारियों की हड़ताल को इस प्रकार समर्थन देंगे तो चुनी हुई सरकार कैसे काम कर पाएगी।
आम अादमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल और मंत्री उपराज्यपाल से दिल्ली के हक की मांग कर रहे हैं। जब तक उपराज्यपाल अफसरों की हड़ताल खत्म नहीं करेंगे, अफसरों पर कार्यवाही नहीं करेंगे, वे तब तक डटे रहेंगे।